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सेक्टरों में पांच करोड़ में बनाएंगे सड़कें : सोलंकी

इसके साथ-साथ खस्ता सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी। प्राधिकरण ने इसका प्रपोजल बनाकर निदेशालय में भेज दिया है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के एक्सईएन जगमाल ने साप्ताहिक साक्षात्कार में यह बात कही।

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 09:30 AM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 09:30 AM (IST)
सेक्टरों में पांच करोड़ में बनाएंगे सड़कें : सोलंकी
सेक्टरों में पांच करोड़ में बनाएंगे सड़कें : सोलंकी

जगमहेंद्र सरोहा, पानीपत : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण अपने अंतर्गत आने वाले चार सेक्टरों में पांच करोड़ रुपये की लागत से नई सड़कें बनवाएगा। इसके साथ-साथ खस्ता सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी। प्राधिकरण ने इसका प्रपोजल बनाकर निदेशालय में भेज दिया है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के एक्सईएन जगमाल ने साप्ताहिक साक्षात्कार में यह बात कही। -----

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सवाल : शहर के कई सेक्टर प्राधिकरण और नगर निगम के फेर में फंसे हुए हैं। यहां पर काम नहीं हो पा रहे हैं। ऐसा क्यों

जवाब : प्राधिकरण के अंतर्गत सेक्टर 7, 8, 18 और 40 आते हैं। सेक्टर 6, 11, 12, 24, 25-1, 25-2, 29-1 और 29-2 नगर निगम में आते हैं। सवाल : प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले सेक्टरों की सड़कें खस्ता हैं और यहां पर मूलभूत सुविधा भी नहीं हैं।

जवाब : प्राधिकरण ने सेक्टर-7, 8, 18 और 40 में नई सड़कें बनवाने और इनकी मरम्मत करने का प्रपोजल बनाया है। सवाल : इन सेक्टरों में करीब कितने रुपये खर्च किए जाएंगे।

जवाब : सेक्टरों की सड़कों और अन्य मूलभूत सुविधा के लिए पांच करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सवाल : इन सेक्टरों में कब तक सड़कें बनवा दी जाएंगी।

जवाब : निदेशालय से जल्द ही ग्रांट मिल जाएगी। इसके तुरंत बाद टेंडर लगाकर काम करा दिए जाएंगे। सवाल : औद्योगिक सेक्टरों, खासकर सेक्टर-29-टू की फैक्ट्री और डाई हाउसों का पानी ट्रीटमेंट करने को लेकर क्या किया गया है?

जवाब : सेक्टर-29-टू में करीब 45 करोड़ की लागत से सीईटीपी लगाया जा रहा है। सवाल : सीईटीपी कब तक शुरू हो जाएगा?

जवाब : सीईटीपी का काम अंतिम चरणों में चल रहा है। इसको 31 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। सवाल : सीईटीपी से उद्यमियों या अन्य लोगों को क्या फायदा मिलेगा?

जवाब : सीईटीपी शुरू होने के बाद फैक्ट्रियों से निकलने वाले दूषित पानी को ट्रीट कर कृषि कार्यों में प्रयोग किया जा सकेगा। सवाल : शहर में सीईटीपी लगाने की जरूरत क्यों पड़ी?

जवाब : फैक्ट्री और डाई हाउसों से निकलने वाला पानी यमुना में चला जाता है। इसको रोकने के लिए सीईटीपी प्रस्तावित किया गया। सवाल : क्या इसके शुरू होने पर दूषित पानी यमुना में जाने से रुक पाएगा?

जवाब : हां, सीईटीपी शुरू होने के बाद एक भी बूंद पानी सीधे यमुना में नहीं जाने दिया जाएगा।


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