टीबी रोग का बढ़ रहा खतरा, जा रही मरीजों की जान, इलाज में न बरतें लापरवाही
हरियाणा में टीबी रोग का खतरा बढ़ रहा हे। मरीजों की जान जा रही है। इस साल यमुनानगर में 67 मरीजों की मौत हो चुकी है। चिकित्सकों का कहना है कि इलाज में न बरतें लापरवाही। नियमित दवाई लेने से हो सकता है मरीज ठीक।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत वर्ष 2025 तक टीबी रोग को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग रोगियों की लगातार मानिटरिंग कर रहा है। रोग बढ़ने की वजह यह है कि अधिकतर मरीज बीच में इलाज छोड़ देते हैं। इसलिए ही अब विभाग ने निक्षय मित्र योजना शुरू की है। इस योजना में मरीजों को गोद लिया जाएगा। जो रोगियों की लगातार निगरानी रखेंगे। इस वर्ष भी 67 रोगियों की मौत हुई है। जिससे विभाग की चिंता बढ़ी हुई है। इस वर्ष में 2016 मरीज टीबी के मिले हैं।
टीबी रोग से बचाव के लिए विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत लक्षणों व बचाव के बारे में जानकारी दी जा रही है। विशेषताैर पर टीबी मरीजों को नियमित इलाज कराने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि इसका इलाज सरकारी अस्पताल में निश्शुल्क किया जाता है। हर माह सरकार की ओर से 500 रुपये पोषण भत्ते के रूप में मरीजों को दिए जाते हैं। जिससे वह पौष्टिक आहार ले सके। मरीजों को ट्रैक करने के लिए विभाग ने सभी के मोबाइल नंबर भी लिए हैं, ताकि उन्हें समय-समय पर इलाज से संबंधित मैसेज भेजे जा सके।
यह हैं आंकड़ा :
वर्ष - मरीज - मौत
2020 - 2481 - 153
2021 - 2867 - 168
2022 - 2016 - 67 अभी तक।
शुरू की गई निक्षय मित्र योजना
निक्षय मित्र योजना के तहत टीबी रोग से पीड़ित लोगों को गोद लिया जाएगा। इस अभियान के तहत व्यवस्था की गई है कि निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था कम से कम एक वर्ष के लिए और अधिक से अधिक तीन वर्ष के लिए किसी ब्लाक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण, आजीविका के स्तर पर जरूरी मदद उपलब्ध कराएउगे। लोग सामाजिक दायित्व के तहत मरीजों के इलाज और खानपान का खर्च उठा सकेंगे। इस अभियान से जुड़ने के लिए निक्षय पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
96 मरीजों को लिया गया गोद
संस्था/व्यक्ति - गोद लिए मरीज
हार्माेनी क्लब - 11
रोटरी क्लब - 10
विश्वास फाउंडेशन - 10
इंडिया ब्लड हेल्प सेंटर ग्रुप - 5
पंचमुखी हनुमान मंदिर - 10
एंटी करप्शन आफ इंडिया फाउंडेशन - 5
एमएलए यमुनानगर - 5
सिविल सर्जन - 5
आइएमए यमुनानगर - 18
इनरव्हील क्लब - 8
स्वास्थ्य विभाग - 9
"डिप्टी सिविल सर्जन (टीबी) डा. चारू कालड़ा ने बताया कि निक्षय मित्र योजना से मरीजों की ट्रैकिंग आसानी से हो सकेगी। इसमें मरीज की सहमति जरूरी है। यदि वह निक्षय मित्र से जुड़ना चाहता है, तो उसे सहमति देनी होगी। विभाग की यही कोशिश है कि टीबी मरीज इलाज के लिए आगे आएं और नियमित दवाई लेते रहे।"