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Waterlogging in Panipat: पानीपत में ये कैसी बदहाली, जल भराव और जाम, नाव की सवारी

पानीपत में तेज बारिश हुई। वहीं बारिश के बाद शहर में जलभराव और जाम की वजह से लोगों को परेशानी हुई। इस जलभराव के बीच में एक लड़का नाव चलाता हुआ दिखा। सोशल मीडिया पर उसका फोटो और वीडियो वायरल हो रहा।

By Edited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 07:20 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 10:33 AM (IST)
Waterlogging in Panipat: पानीपत में ये कैसी बदहाली, जल भराव और जाम, नाव की सवारी
पानीपत में जलभराव के बीच नाव चलाते लड़के की फोटो वायरल।

पानीपत, जागरण संवाददाता। तेज हवा के साथ आधे घंटे की बारिश ने पिछले कई दिनों से बढ़ रही गर्मी से राहत दिलाई। अधिकतम तापमान में आठ डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। वहीं मौसम विभाग ने 30 सितंबर तक मानसून के सक्रिय रहने की संभावना जताई है। पानीपत में हुई बारिश ने एक बार फिर से नगर निगम की पोल खोल दी। बारिश के बाद जलभराव से जगह-जगह जाम लग गया। हाईवे से लेकर लिंक मार्गों में वाहनों की कतार लग गई। इसी बीच एक तस्वीर भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें एक लड़का नाव चला रहा है। 

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एक तो बारिश, ऊपर से इस तरह वाहनों की तादाद बढ़ने से पूरा शहर जाम हो गया। करीब छह घंटे तक जाम लगा रहा। इस बीच, माडल टाउन में निकासी ठप हो गई। गौरव लीखा तो किश्ती ही ले आए। इसमें उनके बेटे अंचित ने सवारी की। इसके माध्यम से जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को आइना दिखाया गया। मानसूनी बारिश अभी भी रुक-रुककर जारी है। पानीपत में अब तक इस सीजन में सामान्य से 47 फीसद के करीब अधिक बारिश हो चुकी है।

हरियाणा मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाली पर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे नमी वाली हवाएं आ रहीं हैं। हवाओं की दिशा पूर्वी है। इस कारण 30 सितंबर या अक्टूबर के पहले सप्ताह तक मानसून सक्रिय रह सकता है। बिजली कटों ने किया परेशान शहर में जैसे ही दोपहर के समय बारिश शुरू हुई तो फीडरों के ब्रेकडाउन होने का सिलसिला भी शुरू हो गया। सेक्टर 11-12, सनौली रोड, तहसील कैंप, किशनपुरा, महावीर बस्ती आदि जगह रहने वाले उपभोक्ताओं को बारिश के बीच बिजली कटों की मार झेलनी पड़ी। हालांकि बारिश जाने के बाद धीरे धीरे सभी जगह की बिजली सप्लाई बहाल होने पर उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली।

अगेती धान को नुकसान कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. वीरेंदर देव आर्य ने कहा कि हाल में धान की 1509 किस्म की अगेती फसल मंडी में आ रही है, वहीं काफी पकने को भी तैयार है। बारिश ऐसी फसल के लिए नुकसानदायक हो सकती है। इससे काला धाना होने की संभावना हो जाती है। उन्होंने बताया कि उनमें भी पैदावार पर असर पड़ेगा, जिनमें बाली व दाना बन रहा है। वहीं निचले इलाकों में बारिश से सब्जी की फसलों को भी नुकसान होगा।

फेसबुक पर बोटिंग ..टिप्पणी आई और कितना विकास चाहिए

तरुण कुमार : जीटी रोड ले जाओ, नाव चलाने का मजा आ जाएगा।

सुखविंद्र सिंह : चलो आज हाली पार्क का मजा लो।

गुरदीप सिंह : अब इससे ज्यादा और क्या विकास चाहिए।

अनूप : झीलों की नगरी में आपका स्वागत है

मोहित : पानीपत में तो बिन बारिश पानी आ जाता है।

विनीत : लीखा जी बारिश आने का इंतजार कर रहे थे।

पंकज बजाज : पानीपत में रिषीकेश की नाव शुरू। प्रमोद विज व संजय भाटिया को तहेदिल से शुक्रिया।

विनोद रामपाल : पानीपत की सुखना लेक।


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