मजहबी रंग को आइना दिखाता दो सहेलियों का ये रिश्ता, जहां इंसानियत लॉक, मजहब डाउन
दो अलग अलग मजहब की दो सहेलियां इन दिनों पानीपत में मजहबी रंग फैलाने वालों को आइना दिखा रहीं। दोनों पानीपत के शेल्टर होम में रुकी हैं।
पानीपत, [राज सिंह]। आज पूरा देश लॉकडाउन है। चुनौती भरे इस माहौल में भी कुछ कहानियां ऐसी पनप रहीं हैं, जिनकी मिसाल दूर तलक जाएगी। दो मजहबों के बीच मजबूत होते रिश्तों की अनूठी दास्तां भी इसी कोलाहल में सुनाई देने लगी है। लॉकडाउन में दिल्ली की दो सहेलियां मजहबी दीवारों के दरकने की साक्षी बन गई हैं। यमुनानगर में अपनी बीमार बहन को देखने पहुंची तो वापसी में हालात बदल गए। पानीपत का एक शेल्टर होम अब तक इनका ठिकाना है। खामोशियों के बीच एक दूसरे का हाथ थामें दोनों के दिन गुजर रहे हैं। साथ ही दोस्ती के मजबूत होते रिश्तों की खुशी इनकी आंखों में साफ नुमाया होती है।
दिल्ली की गोविंदपुरी कॉलोनी की गली नंबर नौ में रहती हैं सुमन पत्नी अमर सिंह। परिवार में तीन बेटियां और एक बेटा है। पड़ोस में रहती हैं सईदुनिशां पत्नी खुरशीद उसकी सहेली है।
सुमन की बड़ी बहन माया यमुनानगर में रहती है। वह बीमार चल रही थी, हालचाल जानने दोनों यमुनानगर गई हुई थी। लॉकडाउन का ऐलान होने पर दोनों जैसे-तैसे पानीपत तक पहुंच गई, यहां से आगे नहीं जा सकी। दोनों 25 मार्च से रोड धर्मशाला में ठहरी हुई हैं। सईदुनिशां रोज दुआ करती है कि लॉकडाउन खुल जाए, ताकि घर पहुंच सकें। इन दोनों का कहना है कि उनके रिश्ते में कोई दूरी नहीं आ सकती।
मांग रहे हैं तंबाकू-बीड़ी
रोड़ धर्मशाला में इस समय करीब 95 लोग ठहरे हुए हैं। इनमें से अधिकांश उत्तर प्रदेश और बिहार के मूल निवासी हैं। भोजन समय से पहुंच रहा है, कोई कमी नहीं है। हालांकि अधिकतर लोग तंबाकू और बीड़ी की डिमांड कर रहे हैं, जिस पर अब बैन लग चुका है।
वहीं, पूर्वांचल कल्याण समिति ने 1000 लोगों को कराया भोजन
पूर्वांचल कल्याण समिति ने मंगलवार को सेक्टर 29 पार्ट वन में 1000 लोगों को भोजन कराया। समिति सदस्यों ने काशीगिरी मंदिर में भी जरूरतमंदों को खाना वितरित किया। इसके अलावा लोगों को लॉकडाउन पालना करने और बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर सुमन, निलांबर, अंजनी मौजूद रहे।
प्रजापति यूथ क्लब सदस्य गढ़ी सिकंदरपुर में बांट रहे खाना
प्रजापति यूथ क्लब के सदस्यों ने मंगलवार को छठे दिन सिकंदरपुर गांव में 400 पैकेट खाना बांटा। लेट्स डू इट इंडिया के राष्ट्रीय सदस्य नवीन बुरा ने बताया कि क्लब सदस्य पिछले पांच दिनों से गांव में खाने के पैकेट वितरित कर रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंदों को क्लब सदस्य अपना नंबर भी मुहैया कराते हैं। ताकि किसी भी परिवार को भूखा ना सोना पड़े। कुलदीप नगर में भी सैकड़ों ऐसे परिवारों की मदद की जा रही है, जो इस इलाके में किराए पर रहते है। लॉकडाउन के कारण इन परिवारों की आमदनी के स्त्रोत लगभग बंद हो गए है। क्लब सदस्य जेबी, अजय कुमार, रवि, दीपक, पंकज, नवीन, अजीत, बिट्टू मौजूद रहे।
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