आंगनबाड़ी केंद्र से वर्ष 1987 से पहले का रिकार्ड चोरी, पीओ को नहीं जानकारी
हरियाणा के यमुनानगर में आंगनबाड़ी केंद्र से वर्ष 1987 से पहले का रिकार्ड चोरी हो गया है। अधिकारियों तक को हेल्परों ने बताया तक नहीं। बिलासपुर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। काफी तलाश के बाद भी रजिस्टर नहीं मिले।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। बिलासपुर थाना क्षेत्र के गांव शाहपुर 302 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र के ताले तोड़कर रिकार्ड चोरी कर लिया गया। यहां पर वर्ष 1987 तक का रिकार्ड रखा हुआ था। यहां से रिकार्ड के रजिस्टर व कुछ गेहूं चोरी की गई है। जब आंगनबाड़ी वर्कर ममतेश कुमारी व हेल्पर अंजना केंद्र पर पहुंची, तो चोरी का पता लगा।
काफी तलाश करने के बाद भी इन रजिस्टरों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। जिस पर पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया गया। वहीं रिकार्ड गायब होने से फर्जीवाड़े की बू आ रही है, क्योंकि इस बारे में आलाधिकारियों तक को नहीं बताया गया। हालांकि ममतेश कुमारी का कहना है कि रिकार्ड चोरी करने के पीछे की मंशा का पता नहीं है, क्योंकि कोई जांच भी नहीं चल रही थी।
पुलिस को दी शिकायत में ममतेश कुमारी ने बताया कि वह और अंजना कुमारी यहां आंगनबाड़ी केंद्र के अंदर हेल्पर के पद पर कार्यरत हैं। दो दिन पहले वह दोपहर को आंगनबाड़ी केंद्र का ताला लगाकर अपने घर पर आ गई थी। दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे आंगनबाड़ी केंद्र में सूखा दूध की सप्लाई लेकर यमुनानगर से गाड़ी आई थी। जिस पर वह दोनों दोबारा सूखा दूध उतरवाने पहुंची। यहां पर आंगनबाड़ी केंद्र के कमरे का ताला टूटा हुआ था।
जब कमरे के अंदर जाकर देखा, तो यहां से वर्ष 1987 से पहले का रिकार्ड गायब था। अन्य सामान बिखरा हुआ था। काफी तलाश करने के बाद भी रिकार्ड रजिस्टरों का पता नहीं लगा। इसके बाद मामले की बिलासपुर थाना में शिकायत दी गई। महिला एवं बाल विकास विभाग की पीओ बलजीत कौर का कहना है कि उन्हें रिकार्ड चोरी होने की जानकारी नहीं है। इस बारे में पता करके ही कुछ कहा जा सकता है। यदि केवल रिकार्ड चोरी हुआ है, तो हो सकता है कि कोई जांच चल रही है।