लैब से राशन कार्डो की जांच पूरी, अब छंटाई शुरू
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग करीब 12 वर्ष पुराने राशन कार्डो को नए में बदलने को तैयार हो गया है।
By Edited By: Published: Thu, 15 Feb 2018 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 16 Feb 2018 03:05 PM (IST)
जागरण संवाददाता, पानीपत : खाद्य एवं आपूर्ति विभाग करीब 12 वर्ष पुराने राशन कार्डो को नए में तब्दील करेगा। लघु सचिवालय स्थित विभागीय कार्यालय में पहुंचे राशन कार्ड के स्टॉक की वार्ड व गांव स्तर पर छंटनी व डिपो होल्डर को वितरण काम शुरू हो गया है। दरअसल, प्रत्येक पांच वर्ष बाद नए राशन कार्ड बनाने का प्रावधान है लेकिन प्रदेश में करीब 12 वर्षो से लोगों के नए राशन कार्ड नहीं बन सके। अक्टूबर 2017 में चार कैटेगरी के करीब 3 लाख राशन कार्ड एकदम नए क्लेवर में विभागीय कार्यालय पहुंच गए। अंत्योदय अन्न योजना परिवार के राशन कार्ड का रंग गुलाबी और दाम 5 रुपए तय किया गया। बीपीएल परिवारों के राशन काडरें का रंग पीला और दाम 10 रुपए, अन्य प्राथमिक परिवार के राशन काडरें का रंग खाकी और रेट 15 रुपए तथा एपीएल परिवार के राशन कार्ड का रंग नीला और दाम 20 रुपए निर्धारित किया गया। इससे पहले कि राशन कार्डो का वितरण होता, राशन कार्डो में दर्ज डाटा 12 वर्ष पुराना होने के चलते विवाद खड़ा हो गया। कार्ड छंटनी कर नहीं भेजे गए थे। मुख्यालय ने प्रत्येक केटेगरी से एक-एक कार्ड जांच के लिए बतौर सैंपल मंगवाए थे। जांच पूरी होने, मुख्यालय ये हरी झंडी मिलने पर राशन कार्डो की छंटनी तथा डिपो होल्डर को वितरण का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। जिला खाद्य पूर्ति एवं नियंत्रक अनिता खर्ब का कहना है कि जल्द ही फटे-पुराने राशन कार्डो से छुटकारा मिल जाएगा। सभी परिवारों को नए राशन कार्ड मिल जाएंगे। ये है राशन काडरें की स्थिति : जिले में एएवाई 9,025, बीपीएल 38,694, ओपीएच 1,30,180 और एपीएल 1,38,515 राशन कार्ड हैं। राशन लेने के योग्य कुल 8,14,548 सदस्य हैं। अभी लगभग 10 प्रतिशत लोगों का आधार कार्ड नहीं जोड़ा गया है। नए आवेदन पर सर्वर डाउन संकट : नए राशन कार्ड के लिए आवेदन करने वालों पर सर्वर डाउन का संकट है। दरअसल, नए राशन कार्ड ऑनलाइन बनाए जाने की विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। कार्ड प्रिपरेशन सेंटर, कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी), ई-दिशा व अटल सेवा केंद्र पर जाकर विभाग की वेबसाइट पर आवेदन करना होगा। एनआइसी का सर्वर डाउन होने के कारण इच्छुक व्यक्ति आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। डीएफएसी की मानें तो समस्या के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
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