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संत निरंकारी स्थल पर आरएएफ तैनात, कई राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे

अमृतसर में संत निरंकारी सत्संग भवन पर ग्रेनेड हमले के बाद समालखा में भी संत निरंकारी स्थल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस के अतिरिक्त रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात कर दिए गए गए हैं।

By Edited By: Published: Tue, 20 Nov 2018 01:15 AM (IST)Updated: Tue, 20 Nov 2018 12:59 PM (IST)
संत निरंकारी स्थल पर आरएएफ तैनात, कई राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे
संत निरंकारी स्थल पर आरएएफ तैनात, कई राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे

पानीपत, जेएनएन। अमृतसर में संत निरंकारी सत्संग भवन पर ग्रेनेड हमले के बाद समालखा में भी संत निरंकारी स्थल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस के अतिरिक्त रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात कर दिए गए गए हैं। निरंकारी सेवादल के जवानों को भी सतर्कता से काम करने को कहा गया है। समागम में आने जाने वालों पर नजर रखी जा रही है। सेवादार पूछताछ और चेकिंग के बाद ही अंदर जाने दे रहे हैं। रेलवे स्टेशन और जीटी रोड स्थित समागम स्थल के मुख्य द्वारों पर पुलिस की पीसीआर तैनात है। जीटी रोड स्थित पानीपत-सोनीपत बॉर्डर के पास संत निरंकारी मिशन का आध्यात्मिक स्थल है। 24 से 26 नवंबर के बीच यहां वार्षिक समागम होगा। इसकी तैयारी जोरों से चल रही है। चार हजार से अधिक सेवादल के सेवक श्रमदान कर रहे हैं। दिल्ली व अन्य जगहों से आई टीम की देखरेख में चल रहा है।

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समागम स्थल पर प्रत्येक राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए अलग-अलग पंडाल बनाए गए हैं। पंडाल में जाने से पहले भी श्रद्धालुओं की आइडी चेक की जाती है। पैदल और वाहन चालकों के लिए मुख्य सड़कों पर अलग-अलग व्यवस्था की गई है।

श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू
समागम से चार दिन पहले ही महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और राजस्थान से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है। मुंबई के रिद्धिमान साह ने कहा कि निरंकारी बाबा और माता में गहरी अस्था के कारण वह हर साल परिवार के साथ आते हैं। ओडिशा के गोविंद मित्रा ने कहा कि समागम के कार्यों में श्रमदान करने के लिए वे हर बार चार-पांच दिन पहले आते हैं। प्रवचन सुनकर उन्हें आत्मिक शांति मिलती है। झारखंड की सावित्री मुंडा ने कहा वे दो दिनों से समागम के कामों में श्रमदान देकर अपने को धन्य समझ रही हैं।


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