शहर को स्वच्छ व हरियाली बढ़ाने के लिए राजू शर्मा ने बेच दी अपनी प्रॉपर्टी, सात हजार से ज्यादा पौधे लगा चुके
शहर को स्वच्छ व हरियाली बढ़ाने के लिए किला निवासी राजू शर्मा अपनी प्रॉपर्टी बेचकर अब तक सात हजार से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं और शहर के कई पार्कों की भी सूरत बदलकर रख दी। इससे पहले राजू शर्मा प्रॉपर्टी डीलर का काम करता था और शहर में काफी पैसे वाला व्यक्ति भी था।
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर को स्वच्छ व हरियाली बढ़ाने के लिए किला निवासी राजू शर्मा अपनी प्रॉपर्टी बेचकर अब तक सात हजार से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं और शहर के कई पार्कों की भी सूरत बदलकर रख दी। इससे पहले राजू शर्मा प्रॉपर्टी डीलर का काम करता था और शहर में काफी पैसे वाला व्यक्ति भी था। जब समाज सेवा करते समय पैसों की कमी हुई तो उन्होंने अपने मकान तक बेच दिया और अब उनके पास खुद की कोई प्रॉपर्टी नहीं है। अब भी राजू शर्मा ने हार नहीं मानी।
राजू शर्मा ने वर्ष 2017 से समाज सेवा शुरू की थी। इस दौरान उन्होंने प्रभुदेन सर्वजन हिताय कल्याण समिति के नाम से संस्थान भी बनाई और शहर में जरूरतमंदों की मदद करना व पार्कों की हालत सुधारना, पौधारोपण जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए। इससे जन सेवा का ऐसा भूत सवार हुआ कि उन्होंने पैसे खत्म होने के बाद किले के नीचे 70 गज में बने अपने मकान को बेच दिया। फिर से समाज सेवा में लगे रहे। यहां तक कि राजू शर्मा ने अपना कामकाज भी ठप कर दिया। इसके बाद राजू अब आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। फिलहाल इतनी समाज सेवा करने के बाद भी अभी तक प्रशासन व सरकार किसी ने कोई मदद तक नहीं की।
राजू शर्मा ने बताया कि सीएम की तरफ से प्रशंसा पत्र व प्रशासन की तरफ से भी प्रशंसा पत्र ही मिले है। अभी तक कोई आर्थिक सहायता नहीं मिल सकी। राजू ने शहर की सफाई के लिए रखे थे चार कर्मचारी
जब राजू शर्मा ने समाज सेवा शुरू की तो उन्होंने अपने चार प्राइवेट सफाई कर्मचारी रखे थे और उनका पैसा भी उन्होंने अपनी जेब से दिया। अब खुद ही पार्कों का रखरखाव कर रहे है। इन जगहों के सुधारे हालात
किला बिजली कार्यालय
श्रीराम पार्क
किला गांधी पार्क
लोधी पार्क
राधा कृष्णा पार्क परिवार को देख अब फिर से शुरू किया पुराना काम
राजू शर्मा ने बताया कि 2017 से पहले वह करोड़पति व्यक्तियों में शामिल था। लेकिन जब से समाज सेवा शुरू की, अपना सबकुछ बेच चुका है। इतना कुछ करने के बाद कहीं से कोई मदद नहीं मिली। इससे काफी आहत हैं। लेकिन जो कार्य किए हैं, उनसे काफी सुकून मिला है। परिवार में तीन बच्चे हैं और उनके पालन पोषण के लिए फिर से प्रॉपर्टी डीलर का काम शुरू कर दिया है।