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आंगन में सो रही किशोरी को उठाया, धर्मशाला में ले जाकर किया सामूहिक दुष्कर्म

यमुनानगर के जठलाना क्षेत्र के एक गांव में चार दोस्तों ने घर के आंगन में सो रही किशोरी को उठाया, धर्मशाला में ले जाकर किया सामूहिक दुष्कर्म।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Apr 2018 11:02 AM (IST)Updated: Mon, 23 Apr 2018 11:02 AM (IST)
आंगन में सो रही किशोरी को उठाया, धर्मशाला में ले जाकर किया सामूहिक दुष्कर्म
आंगन में सो रही किशोरी को उठाया, धर्मशाला में ले जाकर किया सामूहिक दुष्कर्म

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जठलाना क्षेत्र के एक गांव में चार दोस्तों ने घर के आंगन में सो रही समुदाय विशेष की किशोरी का अपहरण कर लिया। वे उसे उठाकर गांव से बाहर ले गए, जहां दो युवकों ने उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। वारदात 19 अप्रैल की है। डर की वजह से पीड़िता चुप रही। आखिरकार पीड़िता की मां शिकायत देने आगे आई। शिकायत पर सभी आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करने के साथ ही किशोरी का मेडिकल कराया जा चुका है। वहीं देर शाम को एक नाबालिग आरोपित गिरफ्तार कर लिया गया।

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पीड़िता की मां ने पुलिस को बताया कि उसकी तीन लड़कियां व दो लड़के हैं। सबसे बड़ी बेटी की उम्र 14 साल है। 19 अप्रैल को वह अपने पति के साथ लाडवा की अनाज मंडी में काम करने गई थी। लाडवा में वह अपनी बहन के पास ही ठहर गई थी। 20 अप्रैल की शाम को गांव में ही रहने वाले रिश्तेदार ने फोन कर उन्हें वापस बुला लिया। घर पहुंचने पर बेटी ने बताया कि रात को वह अपने भाई-बहनों के साथ घर के आंगन में सोई हुई थी। रात करीब दो बजे अचानक चार युवक आए, जिन्होंने कपड़े से उसका मुंह बंद कर दिया। वे उसे उठाकर घर से 50 कदम दूर शिव मंदिर के पास बनी धर्मशाला के बरामदे में ले गए। गांव के ही मेहर लाल व विकास उर्फ काला ने उसके साथ दुष्कर्म किया। विकास के पास चाकू भी था, जो उसने उसके गले पर रखा हुआ था। उसके दो साथी बाहर खड़े होकर पहरा दे रहे थे। दुष्कर्म के बाद आरोपितों ने उसे धमकी दी कि यदि उसने यह बात किसी को बताई वो उसे व उसके भाइयों को जान से मार देंगे। उसका सिर पकड़कर दीवार में मार दिया, जिससे वह अचेत हो गई। होश आने के बाद वह किसी तरह अपने घर पर पहुंची। पीड़िता की मां ने बताया कि इस घटना के बाद से बेटी काफी डरी हुई थी। इसके बाद 21 अप्रैल को घटना की शिकायत महिला थाने में दी गई। महिला थाना की एसएचओ शीलावंती ने बताया कि मेहर लाल व विकास उर्फ काला पर दुष्कर्म का आरोप लगा है। इनके दो अन्य साथी भी इस साजिश में शामिल थे। आरोपितों पर पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। चिल्लाने की कोशिश की तो मुंह कपड़े से बंद कर दिया

मैं अपने भाई-बहनों को खाना देने के बाद करीब नौ बजे सोने चली गई। लाइट न होने के कारण चारपाई आंगन में डाल ली। देर रात करीब दो बजे होंगे अचानक दो लोगों ने उसे दबोच लिया। चिल्लाने की कोशिश की तो एक ने मुंह कपड़े से बंद कर दिया। वे उठाकर चलने लगे तो पास में ही दो और आरोपित खड़े थे। पहले तो आरोपितों ने गली में जाकर ये देखा कि कहीं कोई आ तो नहीं रहा है। इसके बाद वे उसे उठाकर उनके घर से करीब 50 कदम दूर धर्मशाला के बरामदे में ले गए। यहां पर आरोपितों ने उसकी गर्दन पर चाकू रखकर चुप रहने की धमकी दी। विरोध करने पर मारपीट भी की। आरोपितों ने शराब पी हुई थी। इसके बाद मेहर लाल व काला ने गलत काम किया।

घटना के बाद पूरा दिन वो इसलिए चुप रही क्योंकि आरोपितों ने मेरे भाइयों व पिता को जान से मारने की धमकी दी हुई थी। बाद में उसने अपने फूफा को बताया। आरोपित आते जाते गली में उसकी तरफ घूरते रहते थे। वह दोषियों को सबक सीखाकर मानेगी, ताकि कोई इस तरह की हरकत किसी के साथ न कर सके। जिस डर से स्कूल नहीं भेजा वही हो गया

पीड़िता के पिता का कहना है कि पांचवीं तक उसने बेटी को गांव में ही पढ़ाया। बेटी आगे पढ़ना चाहती थी, इसलिए उसने नजदीकी गांव बरेहड़ी में पढ़ने भेज दिया। आठवीं कक्षा में वो फेल हो गई। समाज में आए दिन हो रही दुष्कर्म की घटनाओं को देखते हुए वह डर जाता था। ऐसे में उसने बेटी को दोबारा स्कूल में नहीं भेजा। मगर जिससे डरता था, वही हो गया। अगले दिन घर पर दोबारा धमकी देकर गए थे आरोपित

पीड़िता की बुआ ने बताया कि गांव का मेहर लाल व काला दोनों बचपन के दोस्त हैं और शुरू से ही दबंग प्रवृति के रहे हैं। कई लोगों ने उनके खिलाफ थाने में शिकायतें दी, लेकिन वे हमेशा से ही जेल जाने से बचते रहे। यदि कोई उनके खिलाफ आवाज उठाता तो आरोपित उसे धमका देते थे। दुष्कर्म करने के बाद 20 अप्रैल को दोनों आरोपित घर के बाहर गली में आए थे। बाहर से ही वो उन्हें धमकाकर गए थे कि यदि थाने में गए तो उन्हें जान से मार देंगे। सुबह 10 बजे आकर रात एक बजे गए घर

किशोरी के पिता ने बताया कि 20 अप्रैल की रात वो घर पर सूचना पाते ही पहुंच गए थे। बेटी की ¨चता थी इसलिए जल्दबाजी में लौटते समय एक्सीडेंट होने से बच गया। 21 अप्रैल की सुबह 11 बजे वे महिला थाना यमुनानगर पहुंचे। पुलिस कभी उनके बयान लेती तो कभी बैठने के लिए कहती। पुलिस ने रात को उनका केस दर्ज किया। रात करीब साढ़े 11 बजे बेटी को अस्पताल में मेडिकल के लिए ले जाया गया। जब वे घर पहुंचे तो रात का एक बज चुका था। मौके पर पड़े हैं प्लास्टिक के तीन गिलास

आरोपितों ने सुनसान जगह का फायदा उठाया। किशोरी के मुताबिक आरोपितों ने शराब पी रखी थी। जहां पर दुष्कर्म हुआ वहां पर भी प्लास्टिक के तीन गिलास पड़े हैं। गोलियों का खाली पत्ता भी पड़ा है। परिजनों का कहना है कि ये पत्ता नशे की गोलियों का है। शादीशुदा हैं आरोपित

आरोपित मोहड़ी निवासी मेहरलाल व विकास उर्फ काला दोनों शादीशुदा हैं। मेहरलाल का एक बच्चा व विकास उर्फ काला के दो बच्चे हैं। मेहर लाल नगरपालिका रादौर के पास कलर-मी क्रेजी नाम से सैलून चलाता है। घटना के बाद से सैलून बंद है। विकास उर्फ काला ट्रक चालक है। पकड़ने के बजाए आरोपितों को वार्निंग देकर लौटी पुलिस

पीड़िता के चाचा रोते हुए बताते हैं कि जिनके सामने गांव में कोई नहीं बोलता, उनके खिलाफ हमारी बेटी ने आवाज उठाई। शिकायत के बाद पुलिस घटनास्थल पर आई। बरामदे से साक्ष्य भी जुटाए। पुलिस की टीम आरोपितों के घर तो गई, लेकिन गिरफ्तार करने की बजाय चेतावनी देकर आ गई कि एक घंटे तक थाने में पहुंच जाना। इस बात को 24 घंटे से ज्यादा का समय हो चुका है। पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई।

आरोपितों के घर पर केवल मिली महिलाएं

जागरण टीम आरोपितों के घर भी गई। वहां केवल महिलाएं मिली। कोई भी बात करने के लिए तैयार नहीं था। यही हाल गांव के अन्य लोगों का भी था। हालांकि नाम नहीं छपने की शर्त पर बताया कि जठलाना के दो युवकों की यारी उक्त आरोपितों के साथ थी। डीजीपी ने पुलिस अधीक्षक से मांगी रिपोर्ट

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : यमुनानगर जिले के जठलाना थाना क्षेत्र में किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में पुलिस महानिदेशक बीएस संधू ने एसपी राजेश कालिया को 24 घटे के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है। एसपी से प्राथमिक जानकारी मिलने के बाद डीजीपी संधू ने बताया कि दुष्कर्म की घटना 19 अप्रैल की है, जिसकी शिकायत 20-21 अप्रैल को की गई। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि चारों आरोपितों की पहचान हो चुकी है। इनमें दो मुस्लिम है। एक नाबालिग आरोपित को पकड़ा जा चुका है। उन्होंने इस बात से इन्कार किया कि लड़की के साथ दुष्कर्म की वारदात किसी मंदिर परिसर में हुई है। शिकायत के आधार पर पुलिस अधीक्षक को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

उधर, यमुनानगर के एसपी राजेश कालिया ने बताया कि किशोरी के साथ धर्मशाला परिसर में गलत काम हुआ है। यह धर्मशाला किसी मंदिर का पार्ट नहीं है। जिस जगह धर्मशाला है, उसके पास ही हरिजन चौपाल, वाल्मीकि चौपाल और छोटा अस्पताल परिसर है। साथ ही एक मंदिर भी है। धर्मशाला जर्जर हालत में हैं और उसके दरवाजे तक नहीं हैं। एक आरोपित पकड़ा जा चुका है, उसके और पीड़िता के बीच जान-पहचान की भी तहकीकात की जा रही है। बाकी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए डीएसपी और महिला थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीमें बना दी गई हैं। सोमवार तक उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


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