राहुल गांधी के प्रस्तावित दौरे को लेकर कुरुक्षेत्र में हलचल तेज, कांग्रेसियों ने तैयार की ये रणनीति
राहुल गांधी के प्रस्तावित दौरे को लेकर कुरुक्षेत्र में हलचल तेज हो गर्इ है। कुरुक्षेत्र पुलिस ने पंजाब बार्डर पर सुक्षा बढ़ा दी है। साथ ही एसपी ने ट्यूकर बॉर्डर का दौराकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। डीसी से राहुल गांधी के दौरे की परमिशन मांगी गई है।
पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हरियाणा के तीन दिन के प्रस्तावित दौरे को देखते हुए कुरुक्षेत्र प्रशासन अलर्ट हो गया। कांग्रेस ने कुरुक्षेत्र डीसी से दौरे के लिए परमिशन मांगी है। वहीं पुलिस ने पंजाब की सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस प्रशासन ने ट्यूकर बॉर्डर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को जांचा।
राहुल गांधी पंजाब के दौरे के बाद हरियाणा में आएंगे। पंजाब से कुरुक्षेत्र के ट्यूकर बॉर्डर से दाखिल होने का अनुमान है। पुलिस ने बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी है। दिल्ली में शनिवार को रूट प्लान तैयार होगा। प्रारंभिक प्लान अनुसार पिहोवा से कुरुक्षेत्र और फिर पिपली पहुंचेंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला शनिवार को पिपली अनाज मंडी का दौरा करेंगे।
वहीं हाथरस में रोके जाने और हरियाणा में अनिल विज द्वारा घुसने ना देने के बयान के बाद कांग्रेसी नेताओं ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है। कांग्रेसियों ने राहुल गांधी को पंजाब बार्डर से हरियाणा में प्रवेश दिलाने के लिए ट्रैक्टरों की संख्या बढ़ाकर तीन सौ की है। साथ ही युवा और किसान अगली पंक्ति में रहेंगे।
बता दें कि राहुल गांधी का दौरा 6 अक्टूबर को प्रस्तावित है। संभावना है कि वे पंजाब से हरियाणा में पिहोवा से आ सकते हैं। यहां से कुरुक्षेत्र और फिर पिपली में पहुंचेंगे।
बॉर्डर नाके पर पहुंचा पुलिस प्रशासन
एसपी राजेश दुग्गल ने बताया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पंजाब दौरे के बाद बॉर्डर से हरियाणा में दाखिल होने की संभावना है। बॉर्डर पर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। उच्च अधिकारियों से चर्चा कर जरूरत पडऩे बॉर्डर पर पुलिस बल को बढ़ाया जाएगा।
लोकतंत्र में सबको बात रखने का अधिकारी : अरोड़ा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने बताया कि राहुल गांधी पंजाब के बाद हरियाणा के दौरे पर आ रहे हैं। जिला प्रशासन से दौरे की परमिशन मांगी गई है।लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। कांग्रेस पूरी तरह किसानों के आंदोलन के साथ है।