तिरंगे को सलामी देने की थी तैयारी, कुछ ऐसा हुआ कि पल भर में मातम छाया
गणतंत्र दिवस समारोह में जा रहे आरपीएसएफ के सब इंस्पेक्टर की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। कोहरा होने के कारण ट्रेन को नहीं देख पाए। बटालियन ने कार्यक्रम को रद कर दिया।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने जा रहे आरपीएसएफ (रेलवे सुरक्षा विशेष बल) के सब इंस्पेक्टर कन्हैया लाल प्रजापति की वर्कशाप में ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। 52 वर्षीय कन्हैया लाल आरपीएसएफ की 15वीं बटालियन जगाधरी वर्कशाप में तैनात थे। थाना जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।
राजस्थान के जिला दोसा के नागल बहरसी गांव निवासी कन्हैया लाल 31 वर्ष से आरपीएसएफ में तैनात थे। वे दो साल से आरपीएसएफ की 15वीं बटालियन में ड्यूटी कर रहे थे। वर्कशाप में रेलवे लाइन के एक तरफ आरपीएसएफ की 9वीं व दूसरी तरफ 15वीं बटालियन है। 9वीं बटालियन की तरफ ही कैंप है जिसमें वे रहते थे। गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को 15वीं बटालियन में सुबह आठ बजे ध्वजारोहण किया जाना था। कार्यक्रम की तैयारी करने के लिए वे सुबह छह बजे कैंप से अपनी बटालियन में जा रहे थे। इसी दौरान वे शालीमार ट्रेन की चपेट में आ गए। आरपीएसएफ के स्टाफ का कहना है कि जिस वक्त ये हादसा हुआ तब घना कोहरा छाया हुआ था। शायद इसीलिए वे ट्रेन को नहीं देख पाए। हादसा होने पर ट्रेन के चालक ने इसकी सूचना दी। सूचना पाते ही वे मौके पर पहुंचे और थाना जीआरपी को जानकारी दी।
दीपावली पर अंतिम बार गए थे घर
मृतक के बेटे मुकेश कुमार ने बताया कि उसके पिता अंतिम बार नवंबर माह में दीपावली के वक्त घर पर आए थे। उनसे समय-समय पर फोन के माध्यम से बातचीत होती रहती थी। शनिवार सुबह ही उन्हें हादसे की सूचना मिल गई थी। देर रात को वे यहां पर पहुंचे थे। कन्हैया लाल के परिवार में पत्नी, दो बेटे व चार लड़कियां हैं। रविवार को जीआरपी ने शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। पोस्टमार्टम के दौरान आरपीएसएफ 15वीं बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट धर्मवीर सिंह, इंस्पेक्टर लखन पटेल व अन्य स्टाफ भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम करना पड़ा रद
गणतंत्र दिवस के अवसर पर आरपीएसएफ की तरफ से भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। ध्वजारोहण सुबह आठ बजे होना था जिसमें मुख्य अतिथि रेलवे वर्कशाप के सीडब्ल्यूएम मुख्य अतिथि थे। 250 से अधिक लोगों के भोजन की व्यवस्था थी। परंतु दो घंटे पहले ही एसआइ कन्हैया लाल प्रजापति के साथ यह हादसा हो गया। इस कार्यक्रम भव्य रूप से किया जाने वाला समारोह रद कर दिया गया। सीडब्ल्यूएम भी मौके पर नहीं आए। असिस्टेंट कमांडेंट धर्मवीर सिंह ने ध्वजारोहण किया।
शालीमार ट्रेन की चपेट में आने से हादसा : एसएचओ
थाना जीआरपी के एसएचओ सुरेश शर्मा ने बताया कि ट्रेन की चपेट में आने से सब इंस्पेक्टर की मौत हुई है। वे ट्रेन को देख नहीं पाए थे। शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है।