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सीएम फ्लाइंग दस्ते ने भरे खाद्य पदार्थो के सैंपल

सीएम फ्लाइंग दस्ता अंबाला ने बुधवार को विद्यानंद कॉलोनी पीर वाली गली स्थित एसके ट्रेडर्स और जालपाड़ गांव स्थित गिरधर मिल्क फूड में छापेमारी की गई। सात घंटे तक चली कार्रवाई में योग्य वनस्पति ऑयल के चार देसी घी के छह और पामोलिन ऑयल के एक नमूने लिए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Jun 2019 10:19 AM (IST)Updated: Fri, 14 Jun 2019 06:39 AM (IST)
सीएम फ्लाइंग दस्ते ने भरे खाद्य पदार्थो के सैंपल
सीएम फ्लाइंग दस्ते ने भरे खाद्य पदार्थो के सैंपल

जागरण संवाददाता, पानीपत : सीएम फ्लाइंग दस्ता, अंबाला ने बुधवार को विद्यानंद कॉलोनी पीर वाली गली स्थित एसके ट्रेडर्स और जालपाड़ गांव स्थित गिरधर मिल्क फूड में छापेमारी की गई। सात घंटे तक चली कार्रवाई में योग्य वनस्पति ऑयल के चार, देसी घी के छह और पामोलिन ऑयल के एक नमूने लिए। दोनों फैक्ट्रियों में एक साल में चौथी बार छापामारी की गई है।

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सीएम फ्लाइंग टीम अंबाला के इंस्पेक्टर रजनीश यादव और एसआइ अनीश की अगुवाई में सुबह करीब 11 बजे छापेमारी करने पहुंची। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. श्यामलाल, श्रम विभाग के आयुक्त एसएन शर्मा, हेल्थ एंड सेफ्टी विभाग के हरदीप चौधरी सहित स्टेट जीएसटी आबकारी कराधान अधिकारी अजय कंसल, रणधीर सिंह, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एसडीओ विपन की टीमों ने अपने-अपने एंगल से जांच की। टीमों ने फैक्ट्रियों का रिकार्ड जब्त कर लिया। डॉ. श्यामलाल ने बताया कि जालपाड़ से श्री गोविद, हरियाणा फ्रैश, श्री नंदन, श्री मधुर रत्न और कपिल ब्रांड के देसी घी सहित खुले देसी घी के नमूने लिये गये। रिपोर्ट में नमूना फेल होने या मानक के अनुरूप नहीं होने पर नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी।

शिकायत पर हुई कार्रवाई

इंस्पेक्टर रजनीश यादव ने बताया कि चंडीगढ़ मुख्यालय को किसी ने शिकायत की थी कि एसके ट्रेडर्स के एमडी राजकुमार कालड़ा और गिरधर मिल्क फूड के मालिक उनके छोटे भाई राकेश कालड़ा मिलावटी तेल व घी बनाते हैं। शिकायत के आधार पर दोनों फैक्ट्रियों पर शाम 6:30 बजे तक कार्रवाई की गई। नहीं दिखाई हाजिरी रजिस्टर

स्टेट जीएसटी आबकारी कराधान के ईटीओ रणधीर सिंह और इंस्पेक्टर लोकेश कुमार ने एसके ट्रेडिग कंपनी में तकरीबन 20 हजार लीटर वाले सभी 15 टैंकरों को देखा। जालपाड़ स्थित गिरधर मिल्क फूड में भी सात टैंकरों की जांच की गई। अधिकारियों ने वहां काम कर रहे मजदूरों की हाजिरी का रजिस्टर मांगा, लेकिन एमडी दिखा नहीं सके। वर्जन :

एक साल में हमारे यहां चौथी बार छापेमारी हुई है। कोई नमूना फेल नहीं हुआ। झूठी शिकायत के आधार पर कार्रवाई की गई। पहले सोनीपत के एक वकील ने शिकायत दी थी, जबकि वह दिये पते पर रहता भी नहीं था। ऐसे हालात में बिजनेस मुश्किल है।

राजकुमार कालड़ा, एमडी-एसके ट्रेडिग कंपनीे


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