मंत्री के पास पहुंचा प्लाईवुड फैक्ट्रियों पर रेड का मामला, जल्द सीएम से मुलाकात का मिला आश्वासन
यमुनानगर में छह टीमों ने छह प्लाईवुड फैक्ट्रियों पर रेड की थी। फैक्ट्रियों से यूरिया के सैंपल लिए गए और बिलाें की जांच की गई। इस रेड के विरोध में ही व्यापारी व श्रमिक सड़कों पर उतर आए थे। जोडियो व जगाधरी बस स्टैंड पर जाम लगाया गया।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। यमुनानगर प्लाईवुड फैक्ट्रियों में रेड व केस दर्ज होने के विरोध में व्यापारी रविवार को शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से मिले। यहां पर व्यापारियों ने उनके सामने अपनी दिक्कतें रखी। व्यापारियों ने कहा कि उनसे तीन चार साल का रिकार्ड मांगा जा रहा है। इसका कोई लाजिक नहीं है। शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन रामनिवास गर्ग और जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने व्यापारियों को आश्वस्त किया। कहा कि वह सोमवार से फैक्ट्रियां खोले। जो भी दिक्कतें हैं। उस संबंध में जल्द ही व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक सीएम से कराई जाएगी। इस अाश्वासन पर व्यापारी संतुष्ट हुए। अब सोमवार को फैक्ट्रियां खुलेगी।
स्टाक के प्रयोग व बिक्री पर लगी रोक
शुक्रवार को यमुनानगर में छह टीमों ने छह प्लाईवुड फैक्ट्रियों पर रेड की थी। फैक्ट्रियों से यूरिया के सैंपल लिए गए और बिलाें की जांच की गई। इस रेड के विरोध में ही व्यापारी व श्रमिक सड़कों पर उतर आए थे। जोडियो व जगाधरी बस स्टैंड पर जाम लगाया गया। बाद में प्रशासनिक अफसरों के साथ प्लाईवुड व्यापारियों की बैठक हुई। जिसमें भी कोई हल नहीं निकल सका था। इसके विरोध में व्यापारियों ने दो दिनों तक फैक्ट्री बंद रखने की घोषणा की थी। वहीं रेड करने आई टीम का सहयोग न करने पर ईएमएम डीइइ प्लाईवुड इंडस्ट्रीज जोडिया फर्कपुर, श्री बालाजी इंडस्ट्री जोडिया फर्कपुर व यूनाइटेड प्लाईवुड साबापुर पर केस दर्ज किया गया है। जबकि औद्योगिक क्षेत्र स्थित गलोब पैनल इंडस्ट्रीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, नीलगिरी प्लाईवुड जोडिया फर्कपुर व राधा कृष्ण प्लाई एंड बोर्ड इंडस्ट्रीज बाड़ी माजरा में मिले स्टाक के प्रयोग व बिक्री पर रोक लगा दी गई है।
सब्सिडी यूरिया का होता है प्रयोग
दरअसल, प्लाईवुड फैक्ट्रियों में सब्सिडी वाले कृषि यूरिया का अवैध प्रयोग किया जाता है। पिछले दिनों जीएसटी की टीमों ने रेड में यह गोलमाल पकड़ा था। जबकि फैक्ट्रियों में ग्लू बनाने के लिए टेक्निकल यूरिया का प्रयोग होना चाहिए। यह काफी महंगा पड़ता है। अब दोबारा फिर केंद्र सरकार की कृषि विभाग व स्थानीय टीमों ने फैक्ट्रियों पर रेड की। व्यापारियों की मानें, तो जहां तक सब्सिडी यूरिया के प्रयोग की बात है, तो इसके लिए सरकार को पालिसी बनानी चाहिए। टेक्निकल यूरिया काफी महंगा पड़ता है। यदि इसका प्रयोग करते हैं, तो प्लाई का रेट पांच रुपये प्रति फीट तक बढ़ सकता है। रेट बढ़ने से यमुनानगर का प्लाईबोर्ड मार्केट में नहीं टिक सकेगा। जिससे व्यापारियों को नुकसान होगा। व्यापारियों का यह भी कहना है कि यमुनानगर पर बड़ा प्लाईवुड इंडस्ट्री का हब है। इसलिए यहां पर अधिक ध्यान रहता है। जबकि अन्य जिलों पर चल रही यूनिटों में धडल्ले से कृषि यूरिया का प्रयोग हो रहा है।
बंद होने की कगार पर फैक्ट्रियां
बैठक के दौरान व्यापारियों ने कहा कि लगातार लागत बढ़ रही है। जिस वजह से पहले ही फैक्ट्रियां बंद होने की कगार पर है। जिले में करीब 100 फैक्ट्रियां बंद हैं। यदि इसी तरह के हालात रहे, तो आगे स्थिति और भी बिगड़ेगी। इसलिए सरकार को व्यापारियों की दिक्कतों को दूर करना चाहिए। व्यापारी वैध तरीके से व्यापार करना चाहते हैं। इसके लिए केंद्रीय स्तर पर भी मिलने के लिए तैयार हैं। इस दौरान जेके बियानी, सतीश चौपाल, देवेंद्र चावला, अजय मानिकतला, विमल मलिक, सतीश सैनी, शिव कुमार कंबोज, विमल चोपड़ा, अश्वनी कौशिक, अनिल अंबालिका, संजीव गर्ग, अनिल कंबोज, कमल गुप्ता आदि भी मौजूद रहे।
शिक्षा मंत्री के अनुसार
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि प्लाईवुड व्यापारी उनसे मिले थे। उनको फैक्ट्री खोलने के बारे में कहा गया है। जिससे उत्पादन प्रभावित न हो। उनकी दिक्कतों के बारे में सीएम से समय लेकर मुलाकात कराई जाएगी।