रागी यानी कई मर्ज की एक दवा
रागी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है। अगर इसे कई मर्ज की एक दवा कहा जाए, तो गलत नहीं होगा।
रागी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है। अगर इसे कई मर्ज की एक दवा कहा जाए, तो गलत नहीं होगा। यह कैल्शियम का बहुत अच्छा स्त्रोत है। इसके उपयोग से वह सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं, जिसकी वजह कैल्शियम होता है। यानी हड्डियों के दर्द से लेकर तनाव, अनिद्रा और हृदय रोग तक।
रागी को मडुआ और नाचनी भी बोला जाता है। अंग्रेजी में फिंगर मिलेट कहते हैं। यह देखने में बिल्कुल सरसों जैसा लगता है। इसमें मौजूद अमीनो एसिड मिथियोजाइन के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके साथ-साथ इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। डाइटीशियन श्रुति कौशल बताती हैं कि इसका प्रयोग कई तरह से किया जा सकता है। रागी का आटा बाजार में आसानी से उपलब्ध है। इस आटा को एयर टाइट डिब्बे में किसी सूखी व ठंडी जगह पर रखें ताकि यह खराब नहीं हो। रागी और चावल को बराबर मात्रा में मिलाकर स्वादिष्ट और पौष्टिक डोसा या इडली, उपमा भी बना सकते हैं। छोटे बच्चों के लिए इससे दलिया भी बनाया जा सकता है। भुनी हुई रागी को पीसी हुई चीनी, इलायची और घी के साथ मिलाकर इसके लड्डू बनाकर खुद व दूसरों को भी चाय इत्यादि के सामने रख सकते हैं। रागी के फायदे
फाइबर में उच्च रागी : चावल की तुलना में इसमें फाइबर ज्यादा है। इसमें मौजूद एमिनो एसिड लेसिथिन और मिथियोनिन लीवर में से अतिरिक्त फैट से छुटकारा दिलाकर शरीर में कोलेस्ट्राल के स्तर को कम करने में मदद करता है।
मधुमेह में लाभदायक
आज ज्यादातर लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। रागी में मौजूद पदार्थ शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रित रखते हैं और यदि इसको सुबह नाश्ते या दोपहर को खाने में शामिल कर लिया जाए तो यह पूरे दिन शुगर के स्तर को खून में नियंत्रित रखता है।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लाभदायक : जो महिला अपने बच्चों को दूध पिलाती हैं उन्हें अपने आहार में रागी को शामिल करना चाहिए। यह मां के दूध को तो बढ़ाता ही है साथ ही दूध को आवश्यक एमिनो एसिड, कैल्शियम प्रदान करता है जो मां और बच्चे के पोषण के लिए आवश्यक है।
प्रस्तुति : विनीश गौड़