पानीपत नगर निगम कर्मी करेंगे प्रदर्शन, प्रापर्टी व जन्म-मृत्यु प्रमाण के कामकाज 12 बजे तक रहेंगे प्रभावित
नगर निगम व फायर विभाग के कर्मचारी प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद डीसी को ज्ञापन सौंपेंगे। निगम में काम करवाने आने वालों को परेशानी होगी। कर्मचारियों के प्रदर्शन की वजह से प्रापर्टी व जन्म-मृत्यु प्रमाण के कामकाज 12 बजे तक प्रभावित रहेंगे।
पानीपत, जागरण संवाददाता। नगर निगम व फायर विभाग के कर्मचारी प्रदर्शन कर डीसी सुशील सारवान को ज्ञापन सौंपेंगे। मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक नगर निगम के सभी कामकाज प्रभावित रहेंगे। इस दौरान लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कर्मचारियों की मांग है कि जो सरकार के साथ समझौता हुआ था। उन मांगों को जल्द लागू करें।
नगर पालिका कर्मचारी संघ हरियाणा संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले नगर निगम के कर्मचारी मंगलवार को प्रदर्शन करेंगे। जिसके चलते प्रापर्टी टैक्स, एनडीसी, आय व जन्म प्रमाण पत्र समेत कई कामकाज प्रभावित होंगे। इन काम पूरे होने की उम्मीदें लेकर आने वाले लोगों को खाली हाथ ही लौटना पड़ेगा। अगर कोई काम करवाना है तो दोपहर बाद ही निगम कार्यालय आए।
संघ के जिला प्रधान सुभाष चंडालिया ने बताया कि पहले कई दिनों तक धरना चला था। जिसके बाद सरकार के साथ बातचीत हुई और छह नवंबर तक सभी मांगों पर बनी सहमति का नोटिफिकेशन जारी करने का आश्वासन दिया था। अब तक समझौते को लागू नहीं किया गया।
ये हैं मुख्य मांगे
- अनुबंध आधार के सफाई कर्मचारियों व सीवर मैनों को पक्की भर्ती के माध्यम से पक्का करने।
- मैन पावर के ठेकों में लगे सफाई कर्मचारी एवं सीवर मैनों को विभाग के रोल पर करने।
- सफाई कर्मचारियों को 1000 स्वच्छता प्रोत्साहन राशि देने, फायर कर्मचारियों को 1000 जोखिम भत्ता देने।
- अनुबंधित फायर कर्मचारियों को नौकरी की गारंटी देने, फायर व तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों को वर्दी अलाउंस वेतन में जोड़ने।
- कोविड-19 से मारे गए कर्मचारियों की वेरिफिकेशन करवाने के बाद 50 लाख रुपये आर्थिक सहायता राशि देने।
- फायर विभाग की डीडी पावर डीएमसी को देने, ड्यूटी समय में दुर्घटनाग्रस्त होने पर कच्चा या पक्का कर्मचारी को उसका इलाज करवाने की राशि देने।
- डोर टू डोर कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन बैंक के माध्यम से देने, ईएसआई व पीएफ का लाभ देने।
- हरियाणा कौशल रोजगार निगम में लगे कर्मचारियों का रुका हुआ वेतन देने और 31 दिसंबर तक सैंक्शन देने।
- सीवर व सफाई कर्मचारियों को सभी सेफ्टी उपकरण देने।
- ग्रामीण सफाई कर्मचारियों, माली, ट्यूबवेल आपरेटर को पालिका रोल पर रखने, छटनी किए गए कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लेने, ठेकों की अवधि को बढ़ाने, रुके हुए वेतन का तुरंत प्रभाव से भुगतान करने।