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करनाल में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया इनामी बदमाश, हत्‍या के मामले में थी तलाश

हरियाणा के करनाल की पुलिस ने मुठभेड़ में एक कुख्‍यात बदमाश को मार गिराया। यह बदमाश एक हत्‍या के मामले में वांछित था। उसे करनाल पुलिस की टीम ने गोहना के पास पकड़ने की कोशिश की तो उसने फायरिंग कर दी।

By Sunil kumar jhaEdited By: Published: Tue, 09 Feb 2021 08:39 AM (IST)Updated: Tue, 09 Feb 2021 08:39 AM (IST)
करनाल में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया इनामी बदमाश, हत्‍या के मामले में थी तलाश
हरियाणा के गोहाना मं बदमाश से मुठभेड़ के दौरान करनाल पुलिस के जवान। (जागरण)

करनाल, जेएनएन। मासूक अली हत्याकांड में आरोपित इकराम उर्फ मच्छर को सीआइए टू पुलिस टीम ने बीती रात मुठभेड़ मार गिराया। गांव बल्हेड़ा के माशूक अली हत्याकांड के मामले में सीआइए की दो टीमें उसे काबू करने के लिए गोहाना के पास गई थी। इस दौरान उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी और जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। बताया जा रहा है कि छाती में दाई ओर गोली लगते ही वह ढेर हो गया।

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 माशूक अली हत्याकांड में पुलिस को थी तलाश

बाद में वहां पुलिस ने उसके शव को सिविल अस्पताल में रखवाया, जहां आज पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस के अनुसार गांव बल्हेडा वासी इस बदमाश पर 25 हजार का इनाम था। अप्रैल 2015 में भी उस पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें उसे दस साल कैद की सजा भी हुई थी। हालांकि इसमें उसने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अपील कर सजा सस्पेंड करवा ली थी।

शादी समारोह से लौट रहे माशूक अली की गोली मारकर की थी हत्या

बता दें कि गांव नवंबर माह में गांव बल्हेड़ा वासी ही माशूक अली (55 वर्षीय) एक शादी समारोह से लौट रहा था। इसी दौरान दो बाइक सवार बदमाशों ने पांच से छह गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी थी। इकराम उर्फ मच्छर व गांव जैनपुर संजीद पर इस हत्याकांड को अंजाम देने के आरोप लगे थे। संजीद को उसी दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और उसे दो दिन के रिमांड पर लिया था। इस दौरान उसने माना था कि उन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।

इकराम उर्फ मच्छर उसी समय से ही फरार था। इसी के चलते माशूक अली के स्वजनों व सैंकड़ों ग्रामीणों ने एक सप्ताह पहले ही एसपी कार्यालय पर पहुंचकर रोष जताया था। उन्होंने उसकी गिरफ्तारी की मांग की थी और उससे परिवार के अन्य सदस्यों को भी जान का खतरा बताया था। यहीं नहीं उन्होंने पुलिस को अल्टीमेटम भी दिया था कि वह जल्द काबू नहीं किया गया तो आंदोलन चलाने को मजबूर होंगे। एसपी गंगा राम पूनिया ने उन्हें भरोसा दिया था कि उसे जल्द काबू कर लिया जाएगा। इसके बाद पुलिस उसे काबू करने के लिए अधिक सक्रिय हो गई थी।

जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने चलाई गोली : एसपी

एसपी गंगाराम पूनिया का कहना है कि मामले की जांच का जिम्मा सीआइए को सौंपा था और उसे काबू करने के लिए प्रयास किए जा रहे थे। इसी के चलते सोमवार को सीआइए टू की दो टीमें इंपुट मिलने पर गोहाना के पास गई थी और जब उसे काबू किया जाने लगा तो फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई और वह मारा गया। अब पूरा मामला सोनीपत पुलिस ही देख रही है। फिलहाल शव वहीं सिविल अस्पताल में रखवाया गया है।


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