हर रोज पानीपत में खा जाते हैं पंद्रह हजार किलो आलू, कीमत अभी कम नहीं होगी
उप्र के कोल्ड स्टोर का आधे से ज्यादा आलू आ चुका बाजार में। भाव पहले से भी 5-10 रुपये तेज। नई फसल बाजार में आएगी तभी भाव कम होंगे। उप्र ही देश में सबसे बड़ा आलू उत्पादक प्रदेश है। अगले सप्ताह तक कोल्ड स्टोर से और आलू होने के आसार।
पानीपत, जेएनएन - पिछले कई सप्ताह से आलू के भाव आसमान को छू रहे हैं। खुदरा बाजार में आलू 40-45 रुपये प्रति किलो ग्राम बिक रहा है. थोक मार्केट में भाव 34 रुपये किलो के करीब हैं। हर कोई जानना चाहता है कि आलू के दाम कब तक कम होगें। इतने लंबे समय तक इतना महंगा आलू कभी नहीं बिका। पिछले दिनों आलू प्याज निर्यात की खबरें भी थी, लेकिन भाव में कोई गिरावट नहीं आई।
मंडी के आढ़तियों का कहना है कि अभी भाव में कोई गिरावट की उम्मीद नहीं है। उत्तर प्रदेश से आलू नई फसल बाजार में आने पर आलू के भाव कम हो सकेंगे। दिसंबर में यूपी से आलू की फसल बाजार में आने की संभावना है। उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़ा आलू उत्पादक राज्य है। उत्तर प्रदेश के कोल्ड स्टोर का आधे से अधिक आलू बाजार में आ चुका है। अगले सप्ताह तक बाकी आलू भी बाजार में आ जाएगा।
मटर का भाव 200 रुपये
हिमाचल से आ रहे मटर का भाव 200 रुपये किलो चल रहा है। टमाटर का भाव 50 रुपये है। मूली, मिर्च, हरी सब्जी, घीया सहित भिंडी के भाव पहले से 10-10 रुपये किलो तक कम हुए हैं। पानीपत रोजाना 15000 किलो आलू खाता है। प्याज की खपत आलू से कम है। प्याज के भाव में 5- से 10 रुपये किलो तक का मंदा दर्ज किया गया है। प्याज के थोक धाम 40-45 रुपये किलो तक चल रहे हैं। आढ़ती प्रेम आहूजा ने बताया कि अगले महीने ज्यादातर हरी सब्जी मंदी हो जाएंगे। लोकल सब्जियों की आवक शुरू हो रही है। अभी तक अन्य प्रदेशों की सब्जी पर निर्भरता थी।