45 डिग्री तापमान में 17-17 घंटे तक बिजली ठप, लोगों का फूटा गुस्सा, हंगामा
असंल में करीब 17 घंटे से बिजली आपूर्ति ठप रही। इससे नाराज होकर लोगों ने असंल प्रशासन का विरोध जताया। लोगों ने 30 मई तक का अल्टीमेटम दिया।
पानीपत, जेएनएन। 45 डिग्री तापमान में 17-17 घंटे तक बिजली नहीं मिलने पर अंसल वासियों का गुस्सा फूट पड़ा। लॉकडाउन के बावजूद अंसल वासी ज्ञानेश्वर चौक पर जमा हो गए। अंसल सोसाइटी कार्यालय से प्रबंधन के लोगों का बुलाया गया। लोगों के रोष को देखते हुए कोई नहीं आया। दफ्तर से भी अधिकारी खिसक गए। पिछले एक सप्ताह से बिजली के लिए लोग तरस रहे हैं। एक-दो घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिल रही है। साथ लगते सेक्टर 13-17 में 22 से 24 घंटे तक बिजली मिल रही है। अनेक बार अंसल सोसाइटी प्रबंधन को जानकारी दी जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
असंल सोसाइटी में 15 वर्ष पूर्व बिजली लाइन बिछाई गई थी। अब तार जर्जर हो चुके हैं। लोड पडऩे पर तार टूट जाते हैं। अंसल में 200 परिवारों को लिए 30 ट्रांसफार्मर लगाए गए। अब यहां की जनसंख्या बढ़कर 1650 परिवार के साथ, 450 बीपीएल परिवार हो चुके हैं। 80 ट्रांसफार्मर लगाए जाने हैं। तीन साल पहले तत्कालीन डीसी चंद्रशेखर के सामने अंसल सोसाइटी प्रबंधन ने 80 ट्रांसफार्म लगाने, जर्जर तार बदलने के साथ-साथ सब-स्टेशन बनाने का आश्वासन दिया था। तीन साल बाद भी ये मांगे पूरी नहीं हुई। 2017 में भी अंसल वासियों को लगातार कई दिनों तक अंसल गेट पर धरना देना पड़ा था। प्रशासन के बीचबचाव करने, सोसाइटी प्रबंधन द्वारा मांग पूरी करने के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ था। 15 वर्ष पहले छह ट््यूबवेल लगाए गए थे। ट््यबूवेल भी नहीं बढ़ाए गए। कुछ लोगों के पास सबमर्सिबल पंप व जनरेटर लगे हुए हैं। ज्यादातर लोग ट््यूबवेल के पानी पर निर्भर हैं।
30 तक आरडब्लूए ने दिया अल्टीमेटम
अंसल रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने अंसल सोसायटी प्रबंधन को 30 मई तक का अल्टीमेटम दिया है। या तो बिजली, पानी की व्यवस्था में सुधार हो जाए। अन्यथा फिर से अंसल वासी धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे। 2017 की तरह सोसाइटी के कार्यालय पर ताले लगाएंगे। महिलाएं, बच्चे, सभी धरने पर बैठने पर मजबूर होंगे।
करोड़ों रुपये मेंटेनेंस, सिक्योरिटी के दे चुके
एसोसिएशन के प्रधान सुरेश गुंबर का कहना है कि करोड़ों रुपये सोसाइटी मेंटेनेंस और सिक्योरिटी के रूप में ले चुकी है। उसके बाद भी सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। इतनी अधिक गर्मी में बिजली के कट कैसे झेलें। सभी के पास तो जनरेटर नहीं है। सरकार 24 घंटे बिजली दे रही है। यहां बिजली नहीं मिल रही।
400 एकड़ में बसे अंसल में दो पानी की टंकी
अंसल 400 एकड़ में बसा है। यहां हालत गांव से बदतर है। सीनियर सिटीजन महावीर छिल्लर ने बताया कि उम्र भर की कमाई से यहां मकान बनाया। यहां गांव से भी हालत बदतर हैं। वल्रड क्लास की सोसाइटी का सपना हमें दिखाया गया था। अब फोन भी नहीं सुनते। 10 से 15 बार फोन कर चुके हैं। पानी भी नहीं मिल रहा। महिलाओं ने बताया कि बच्चों को भी नहाने से रोकना पड़ता है। सुबह साढ़े चार बजे बिजली गई थी। अब तक नहीं आई।
केबल फाल्ट से बिजली आपूर्ति बाधित
अंसल में बिजली आपूर्ति की केबल में फाल्ट आने के कारण लगातार 17 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही।
रोष प्रदर्शन करने वालों में शामिल रहे
प्रवीण गुप्ता, महावीर छिल्लर, राज शर्मा, सीता राम सेटी, कुलदीप अरोड़ा, राजीव मलिक, संदीप सूरी, हरीश, रवि, बिमला, सोनू, राकेश शामिल रहे।
सब-स्टेशन से फाल्ट आया, मेंटेनेंस का काम दिया : कुलदीप
अंसल वासियों के रोष प्रदर्शन पर अंसल सोसायटी के जीएम कुलदीप ने बताया कि सेक्टर 13-17 सब-स्टेशन से सुबह चार बजे फाल्ट आया था। देर शाम तक ठीक हुआ। अलग-अलग ब्लॉक वाइज बिजली आपूर्ति चालू की गई। लाइनों की मेंटेनेंस का ठेका दे दिया गया है। काम शुरू हो चुका है।