Pollution Alert: हरियाणा और दिल्ली में बढ़ रहा 'सांस का खतरा', पराली जलने से खराब हो रही हवा
पंजाब हरियाणा और दिल्ली की हवा प्रदूषित होने लगी है। इन राज्यों में प्रदूषण का खतरा बढ़ रहा है। खेतों में पराली जलाई जा रही हैं। हालांकि सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि दी जा रही है बावजूद पराली जलाने के मामले भी सामने आ रहे हैं।
पानीपत, आनलाइन डेस्क। शहरों की आबोहवा फिर जहरीली होती जा रही है। राजधानी दिल्ली सहित पंजाब और हरियाणा में प्रदूषण का खतरा मंडरा रहा है। हरियाणा सहित दिल्ली के कुछ शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे की ओर इशारा कर रहा है। बता दें कि हर साल सितंबर अक्टूबर में प्रदूषण का खतरा बढ़ने लगता है। इन दिनों पराली जलाने के मामले में साथ-साथ पटाखे का पाल्यूशन जानलेवा साबित होता है।
एक बार फिर हरियाणा और आसपास के राज्यों को भारी प्रदूषण का सामना करना पड़ेगा। हरियाणा में खेतों में धान की पराली जलाने के कई मामले सामने आ रहे हैं। किसानों की जमीन को चिन्हित करके उन पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है। साथ ही अधिकारियों और कर्मचारियों को भी नोटिस जारी किया जा रहा है।
दी जा रही प्रोत्साहन राशि
हालांकि इस बार लोगों में जागरूकता देखने को मिल रही है। किसान पराली की गांठें बनवा रहे और अवशेषों को मशीनों से खेत में ही नष्ट कर रहे हैं। हरियाणा सरकार किसानों को पराली के प्रति एकड़ एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दे रहा है। प्रत्येक गांव में नंबरदार, पटवारी, ग्राम सचिव के साथ मिलकर टीम का गठन किया गया है।
कैथल में 17 पर जुर्माना
कृषि विभाग ने कैथल में 17 किसानों को चिन्हित किया है। विभाग ने पराली में आग लगाने पर किसानों के विरुद्ध कार्रवाई की है। कैथल में अब तक 17 किसानों पर कार्रवाई की जा चुकी है।
करनाल में सबसे ज्यादा धान फिर भी जल रही पराली
हरियाणा में सबसे अधिक धान करनाल में होता है। इसके बावजूद यहां पर पराली प्रबंधन का काम काफी धीरे हैं। किसान पूरी तरह से जागरूक नहीं है। पराली जलाने के अब तक 20 से ज्यादा मामले आ चुके हैं। इसके अलावा कैथल, जींद में भी पराली जलाने के मामले सामने आए। वहीं, पंजाब की बात करें तो वहां भी सैकड़ों मामले सामने आ चुके हैं।
जींद में 19 केस
जींद में अब तक 22 एकड़ में धान के फसल अवशेष में किसानों द्वारा आग लगाई जा चुकी है। आग लगाने वाले 19 किसानों पर कुल 42500 रुपये जुर्माना कृषि विभाग द्वारा लगाया गया है। सबसे ज्यादा आग लगाने के मामले नरवाना के हैं। प्रशासन द्वारा सभी गांवों में निगरानी के लिए टीमें लगाई गई हैं।
हरियाणा के ज्यादातर शहरों में AQI 200 के आसपास
हरियाणा के कई शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स दो सौ के आसपास पहुंच गया है। पानीपत में AQI 190, करनाल में 189, जींद में 173, हिसार में 165 पर है। वहीं दिल्ली की बात करें तो प्रीतमपुरा में 263 पर AQI पहुंच गया है। कृषि अवशेषों के जलाने से कार्बन डाईआक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड सहित कई जहरीली गैसें निकलती हैं। इससे सांस संबंधी बीमारियां होती हैं।