यमुना को मैली करने वाले उद्योगों की पहचान, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का आया फरमान
यमुना नदी में प्रदूषित जल डालने वाले 378 उद्योगों की पहचान हो गई है। इनमें से पानीपत के 31 रंगाई उद्योगों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तलवार लटक रही है।
पानीपत, जेएनएन। यमुना में बिना ट्रीट किया पानी छोडऩे वाले शहर 31 उद्योगों के खिलाफ क्लोजर नोटिस जारी करने के केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश जारी किए हैं। पिछले दिनों केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने पानीपत में रंगाई उद्योगों से निकलने वाले पानी के नमूने लिए थे। इनमें 31 औद्योगिक इकाइयों के नमूने फेल पाए गए थे। यमुना से सटे प्रदेश के सभी उद्योगों के सैंपल लिए गए थे। पूरे प्रदेश में 378 उद्योगों की पहचान की गई है। जिनका बिना ट्रीट किया गया पानी यमुना में जा रहा है।
हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को जल्द से जल्द इन उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार आगामी दो माह में नेशनल एन्वायरमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट यमुना के जल की क्वालिटी की जांच करेगा। इससे पहले प्रदूषित जल यमुना में छोडऩे वालों के खिलाफ कार्रवाई तय है।
बंद हो चुकी हैं 27 इकाइयां
पानीपत में जिन 31 उद्योगों की पहचान की गई हैं। उनमें से 27 को पहले ही बोर्ड के नियमों का पालन न करने पर बंद कराया जा चुका है। चार औद्योगिक इकाइयां ही ऐसी हैं जो उद्योग बोर्ड के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इन उद्योगों के बिजली के कनेक्शन भी कटवाए जाएंगे।