पानीपत में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम पहुंची, खुखराना में सरपंच ने दिखाई थर्मल की हकीकत
पानीपत में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम निरीक्षण के लिए पहुंची। टीम कुछ फैक्ट्री की जांच करने पहुंची थी। हालांकि फैक्ट्री बंद मिली। इसके बाद खुखराना पहुंची। यहां सरपंच ने फैल रहे प्रदूषण की हकीकत से टीम को रूबरू कराया।
पानीपत, जेएनएन। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देश पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने शुक्रवार को ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में तीन मिंक कंबल बनाने वाले उद्योगों का निरीक्षण करना चाहा। टीम उद्योगों की जांच करने पहुंच गई, लेकिन तीनों उद्योग बंद मिले। इन दिनों कंबल उद्योगों का सीजन आफ है। 15 मई के बाद कंबल का उत्पादन शुरू होगा।
इन उद्योगों की जांच करने पहुंची टीम
ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित डैजल टेक्सो फेब, अनिल स्पीनिर्स, कैपिटल वूलन मिल की जांज करने पहुंची टीम को बैरंग लौटना पड़ा। इन उद्योगों के चौकीदारों ने बताया उद्योग बंद है। 15 मई के बाद उत्पादन शुरू होगा।
खुखराना पहुंची टीम
तीनों उद्योगों के बंद मिलने के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम खुखराना पहुंची। फ्लाइ एश की जांच की। जाटल गांव के सरपंच ने राखी से फैलने वाली बीमारी को लेकर एनजीटी में 581 नंबर केस फाइल किया हुआ है। जाटल गांव के लोग राखी से परेशान हैं। केस की सुनवाई 19 मई को होनी है। गांव में फ्लाइ एस से हुए पर्यावरणीय नुकसान की भरपाई के लिए थर्मल ने क्या क्या कदम उठाए हैं उसकी जानकारी दी जाएगी। सीपीसीबी और स्टेट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की अधिकारी थर्मल के आसपास के गांव का दौरा करेगा। थर्मल के एक करोड़ रुपये गारंटी के तौर पर बोर्ड में जमा है। यदि कोई कमी मिली तो बोर्ड यह सिक्योरिटी जब्त कर सकेगा।
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