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प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने केमिकल युक्त पानी छोड़ने वाले तीन उद्योगों की सैंपल भरे

जागरण संवाददाता पानीपत मॉडल टाउन इंडस्ट्रियल एरिया में केमिकल युक्त पानी छोड़ने वाले उ

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 08:37 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 08:37 AM (IST)
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने केमिकल युक्त पानी छोड़ने वाले तीन उद्योगों की सैंपल भरे
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने केमिकल युक्त पानी छोड़ने वाले तीन उद्योगों की सैंपल भरे

जागरण संवाददाता, पानीपत :

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मॉडल टाउन इंडस्ट्रियल एरिया में केमिकल युक्त पानी छोड़ने वाले उद्योगों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने छापेमारी की। छापेमारी के दौरान तीन उद्योगों से निकलने वाले पानी के सैंपल भरे गए। सैंपल जांच के लिए चंडीगढ़ लैब में भेजे गए। लैब से रिपोर्ट मिलने के बाद इन उद्योगों को बंद करने की कार्रवाई की जाएगी।

प्रदूषण नियंत्रण को रीजनल ऑफिसर शैलेंद्र अरोड़ा के नेतृत्व में टीम मॉडल टाउन के आसपास लगे उद्योगों की जांच करने पहुंची। इस दौरान उद्योगों में जलाए जा रहे ईंधन की जांच की। साथ ही उ द्योगों से निकल रहे केमिकल युक्त पानी की सैंपल भरे।

इन उद्योगों के सैंपल लिए

-एएए स्पिनर्स ई-33 इंडस्ट्रियल एरिया

-अग्रवाल वूल स्पिनिग -055 इंडस्ट्रियल एरिया

-अनिल स्पिनर्स, 116, इंडस्ट्रियल एरिया

हॉली पार्क के पंपिग स्टेशन पर केमिकल युक्त पानी

मॉडल टाउन के आसपास लगे उद्योग पर्यावरण मानकों का उल्लंघन कर रहे हैं। इन उद्योगों से निकल रहा केमिकल युक्त पानी हाली पार्क में लगे पंपिग स्टेशन तक पहुंच रहा है। केमिकल युक्त पानी आने पंपिग स्टेशन ठीक से काम नहीं कर पाते। इस समस्या को देखते हुए जनस्वास्थ्य विभाग ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को उद्योगों से निकलने वाले जहरीले पानी की शिकायत दी थी। यह पानी घरेलू सीवर में मिल जाता है। जो एसटीपी में साफ नहीं हो पाता। एसटीपी के मानक पूरे नहीं होते।

जागरण ने उठाया मामला

पंपिग स्टेशन सहित भूजल की सेहत खराब कर रहे केमिकल युक्त पानी के विरोध में दैनिक जागरण ने मामला उठाया। जिस प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की। मॉडल टाउन के पास ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में 40 डाइंग उद्योग लगे हुए हैं। पंपिग स्टेशन से पानीपत जाटल रोड पर एसटीपी में साफ होने के लिए जाता है। एसटीपी घरों से निकलने वाले पानी को साफ करने के लिए लगाए गए हैं। जबकि उद्योगों से निकलने वाला पानी सीईटीपी में साफ होता है। एसटीपी में पानी जाने से मानक पूरे नहीं हो पाते। एसटीपी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होती है।

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सभी उद्योगों की जांच की जाएगी। तीन के सैंपल भरे जा चुके हैं। रिपोर्ट आने के बाद बंद की कार्रवाई की जाएगी। संबंधी विभागों की संपर्क में हैं। ''

शैलेंद्र अरोड़ा, रीजन ऑफिसर

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पानीपत।

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आठ दस दिनों से मॉडल टाउन इंडस्ट्रिल एरिया के औद्यिगक यूनिटों का पानी इंटरमीडिएट पंपिग स्टेशन में डाला जा रहा है। इससे जाटल रोड स्थित एसटीपी (सीवर ट्रीटमेंट प्लांट) की कार्यक्षमता प्रभावित हो रही है। ''

भूपेंद्र सिंह, एसडीओ जनस्वास्थ्य विभाग,

पानीपत।


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