एचएसजीपीसी की प्रधानी के लिए सियासत, जत्थेदार दादूवाल ने कहा- गुरुघरों के गोलक देख लालच में आ गए झींडा
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) में कुर्सी के लिए घमासान शुरू हो गया है। जगदीश सिंह झींडा ने दादूवाल पर आरोप लगाया। वहीं दादूवाल ने कहा कि झींडा गुरुघरों के गोलक देख कर लालच में आ गए।
कैथल, जागरण संवाददाता। सुप्रीम कोर्ट से कानूनी वैधता मिलने के बाद अब हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचएसजीपीसी) में कु्र्सी के लिए घमासान शुरू हो गया है। पूर्व प्रधान रहे जगदीश सिंह झींडा सोमवार को कैथल के नीम साहिब गुरुद्वारा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल पर आरोप लगाया। जबकि दादूवाल ने इसे नकारते हुए झींडा पर निशाना साधा।
झींडा ने ये लगाया आरोप
जगदीश सिंह झींडा ने कुछ दिन पहले कुरुक्षेत्र के गुरुद्वारा छठी पातशाही में हुई बैठक में दो गुटों में समझौते की बात को सिरे से खारिज कर दिया। कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले की खुशी में 15 सदस्य वहां बैठे थे। तभी जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल वहां आ गए। वहां उन्होंने दादूवाल को समझाया था कि सिख संगत की बात मान कर वह हट जाएं। इस लड़ाई में कुछ नहीं रखा। झींडा ने आरोप लगाया कि उनके बीमार होने की सूरत में दो साल के लिए दादूवाल को कार्यवाहक प्रधान बनाया गया था, लेकिन अब वह धक्का कर रहे हैं।
दादूवा ने साधा निशाना
पलटवार में दादूवाल ने झींडा पर आरोप लगाते हुए कहा कि गुरुघरों के गोलक देखकर उनके मन में लालच आ गया है। दावा है कि प्रदेश के सभी गुरुद्वारों से सालाना करीब 400 करोड़ रुपये गोलक निकलता है।
झींडा का 33 सदस्यों के समर्थन का दावा
गुरुद्वारा नीम साहिब पहुंचे जगदीश सिंह झींडा ने कहा कि उनके साथ 35 में से 33 सदस्यों का समर्थन है। दूसरी तरफ सिर्फ बलजीत सिंह दादूवाल और स्वर्णजीत सिंह रतिया हैं। उन्हें समझना चाहिए कि बहुमत से बात बनेगी, जो कि उनके साथ है। जरनल बाडी के 10 में से आठ सदस्य उनके खिलाफ हैं। दादूवाल कमेटी के सदस्यों की बात नहीं सुन रहे हैं। झींडा का कहना है कि कमेटी के लिए उन्होंने 20 साल तक संघर्ष किया, दादूवाल इस संघर्ष में कहीं नजर नहीं आए।
झींडा को डाक्टर की जरूरत: दादूवाल
पलटवार में दादूवाल ने कहा कि सोमवार को गुरुद्वारों में गोलक खुलने के मौके पर झींडा और उनके साथी पहुंचे। कमेटी के सदस्यों का यह काम नहीं है। जगदीश सिंह झींडा कब्जे और लालच की मंशा से गोलकों की तरफ बढ़ रहे हैं। दादूवाल ने कहा कि झींडा को प्रधानगी की नहीं डाक्टर की जरूरत है। बधाई की नहीं दवाई की जरूरत है। संघर्ष की बात पर उन्होंने कहा, जब से कमेटी बनी है, कोई भी जेल नहीं गया। झींडा गैरसंवैधानिक बातें कर रहे हैं। दादूवाल का कहना है कि अगर अविश्वास की बात है तो उसके लिए एक कानूनी प्रक्रिया है। वह अपनाई जा सकती है।
सात को नाडा साहिब गुरुद्वारे में शुक्राना अखंड पाठ
जगदीश सिंह झींडा ने बताया कि मुख्ममंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन से सात अक्टूबर से नौ अक्टूबर तक पंचकूला के गुरुद्वारा नाडा साहिब में सरकार और एचएसजीपीसी के संयुक्त तत्वावधान में शुक्राना अखंड पाठ रखा जाएगा। इसके लिए वह प्रदेश भर के गुरुद्वारों में संगत को अपील और आमंत्रित करने पहुंच रहे हैं। नौ अक्टूबर को अखंड पाठ का भोग रखा गया है।