हरियाणा की सियासत- चाचा-भतीजे की जंग में फंस गए बड़े नेता
इनेलो के नेता कार्यकर्ताओं की टटोलने लगे नब्ज, अजय के तीर का इंतजार। नेता तय नहीं कर पा रहे कि जाएं तो जाएं कहां। एक खेमे में जाएंगे तो दूसरा खेमा नाराज हो जाएगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : इनेलो में चाचा-भतीजे के बीच छिड़ी जंग में पार्टी के कई बड़े नेता फंस गए हैं। वे अंदरखाते अपने नजदीकी कार्यकर्ताओं से इस पर चर्चा कर उनकी नब्ज टटोलने में लगे हैं। साथ ही, अजय चौटाला के जींद में 17 नवंबर को छोड़े जाने वाले तीर का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में पार्टी में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। कई पदाधिकारी तक कुछ कहने में फिलहाल किनारा करने लगे हैं।
गोहाना रैली में हुई हूटिंग के बाद इनेलो में नेता प्रतिपक्ष अभय सिंह चौटाला और हिसार सांसद दुष्यंत चौटाला के बीच लंबे समय से चल रहा शह और मात का खेल सामने आ गया था। इनेलो सुप्रीमो ने गत दिनों पैरोल पर आते ही सांसद दुष्यंत चौटाला और युवा नेता दिग्विजय सिंह चौटाला को बाहर करने के संकेत दिए। इनेलो की अनुशासन कमेटी की रिपोर्ट पर दोनों को गत दिनों निष्कासित कर दिया था।
कई नेता शाम के वक्त दुष्यंत को समर्थन देने पहुंचे
अजय सिंह चौटाला के पैरोल पर आते ही दिल्ली में कार्यकर्ताओं की बैठक की थी। उन्होंने यहां पर 17 नवंबर को जींद में अपनी घोषणा करने की कही थी। पानीपत समेत प्रदेश के कार्यकर्ता व नेता दिल्ली में गए थे। पानीपत इनेलो के एक बड़े पदाधिकारी दिन में ही दिल्ली पहुंच गए। कई कार्यकर्ता उनको वहां पर देखकर हैरान भी हुए। पार्टी सूत्रों के मुताबिक वे अभय सिंह चौटाला के नजदीकी हैं। अभय सिंह चौटाला ने ही उन्हें पद दे रखा है। पदाधिकारी का एक सबसे नजदीकी साथी दुष्यंत के समर्थन में इनेलो से इस्तीफा दे चुका है। विधानसभा चुनाव में टिकट के एक दावेदार ने कार्यकर्ताओं की बैठक खत्म होने के बाद दिल्ली में अजय सिंह चौटाला और दुष्यंत चौटाला से मुलाकात की।