Panipat Nagar Nigam Meeting: छोटी सरकार के सदन में गरमा सकती है सियासत, पार्षदों और मेयर में हंगामे के आसार
पानीपत नगर निगम हाउस की बैठक वीरवार को होनी है। इस बैठक में हंगामे के पूरे-पूरे आसार है। बैठक से पहले पार्षदों ने कहा कि हाउस की बैठक में पांच महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। करोड़ों खर्च होने के बाद भी शहर में नहीं लगी स्ट्रीट लाइट न हुई सफाई।
पानीपत, जागरण संवाददाता। दुष्यंत कुमार का एक शेर है, सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं। मेरी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए। पानीपत के हालात देखें तो यहां महज हंगामे ही खड़े होते हैं, सूरत नहीं बदलती। वीरवार को एक बार फिर से छोटी सरकार यानी नगर निगम के हाउस की बैठक होने जा रही है। आशंका ही नहीं, पक्का है कि हंगामा होगा ही होगा। नगर निगम के पार्षद अपनी भड़ास निकालेंगे। प्रस्ताव पास किए जाएंगे। फिर अगली बैठक तक इंतजार होता रहेगा, काम के होने का। काम होंगे नहीं, दोबारा फिर हंगामा होगा। शहर के हालात पर पढ़िए जागरण की यह विशेष रिपोर्ट।
शहर में नहीं लग पाईं है स्ट्रीट लाइट
करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी शहर में न स्ट्रीट लाइट लग पाईं, न हुई सफाई। निंबरी प्रोजेक्ट के कार्य से भी पार्षद नाखुश हैं। कुछ दिन पहले ही पार्षदों ने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में बिना मेयर अवनीत कौर को बुलाए ही बैठक कर शहर की सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। पार्षदों में इस बात को लेकर भी रोष बना हुआ कि अब सफाई का पुराना टेंडर 10 दिन में ही खत्म होने वाला है और साथ ही पिछली हाउस की बैठक में पास हुए नए सफाई प्रोजेक्ट पर अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका।
वहीं पार्षदों को डर सता रहा है कि कहीं पुराना टेंडर समाप्त होने के बाद कोई टेंडर नहीं बचेगा। इससे शहर में हर तरफ गंदगी फैल जाएगी। निबंरी प्रोजेक्ट पर नगर निगम ने 27 करोड़ रुपये पास किए हैं। पार्षद साफ कह चुके हैं कि निंबरी के राशि को किसी भी सूरत में जारी नहीं होने दिया जाएगा। साथ ही पार्षदों ने यह भी सवाल उठाए है कि जब हाउस की बैठक में एजेंडे पास होते हैं तो उनपर काम क्यों नहीं किया जाता। इससे वार्डों में गंदगी फैल रही है और कोई भी काम ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा।
सदन में होगी इन मुद्दों पर चर्चा
- शहर में स्ट्रीट लाइट न लगने का मुद्दा उठेगा।
- निंबरी टेंडर की पेमेंट 27 करोड़ रुपये नहीं होने दी जाएगी।
- शहर में विकास कार्यों को लेकर पार्षदों से नहीं पूछा जा रहा।
- सफाई व्यवस्था चरमाई हुई है। पुराना टेंडर खत्म होने को और नया टेंडर की अभी तक प्रक्रिया तक शुरू नहीं हुई।
- कौन सा टेंडर लगा और किस टेंडर का वर्कआर्डर जारी हुआ, इसके बारे में पार्षदों को जानकारी नहीं होती और ठेकेदार अपनी मर्जी से ही काम कर रहा।
कोई सूचना नहीं मिली, ये कैसी बैठक
वार्ड नौ की पार्षद मीनाक्षी नारंग ने जागरण से बातचीत में कहा कि निगम सदन की बैठक के लिए कोई सूचना नहीं दी गई। हमें किसी दूसरे व्यक्ति से सूचना मिली। बैठक के लिए पार्षदों से बात करनी चाहिए और वार्ड के मुद्दे बताए जाते है। इसके बाद बैठक होती है। लेकिन वार्ड में काफी मुद्दे और पिछले एजेंडे पर ही काम नहीं हुआ अभी तक।
बैठक में समाधान लेकर ही उठेंगे
वार्ड 21 के पार्षद संजीव दहिया ने जागरण से बातचीत में कहा कि निगम सदन की बैठक में कामन मुद्दे ही शामिल किए गए हैं। इसमें सबसे अहम सफाई, स्ट्रीट लाइट व निंबरी प्रोजेक्ट की राशि किसी भी सूरत में नहीं जारी करने दिया जाएगा। साथ ही बिंझाेल में डायरियों का मुद्दा व पीएमकेवाई का मुद्द भी उठाया जाएगा। अभी तक लोगों के खातों में किस्त नहीं जा सकी।
जेबीएम कंपनी पर जुर्माना लगाने करेंगे सिफारिश
वार्ड पांच के पार्षद अनिल बजाज ने जागरण से बातचीत में कहा कि जेबीएम कंपनी का काम संतोषपूर्वक नहीं है। निगम सदन की बैठक में कंपनी पर जुर्माना लगाने की सिफारिश करेंगे। साथ ही सफाई, अमरूत योजना, स्ट्रीट लाइट लगवाने व रिपेयरिंग और कामों के वर्कआर्डर जारी होने पर भी ठेकेदार काम नहीं कर रहे।
बैठक की पूरी तैयारी
नगर निगम मेयर अवनीत कौर ने जागरण से बातचीत में कहा कि निगम सदन की बैठक की पूरी तैयारी कर ली गई है। सभी पार्षदों सूचित किया गया है। सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा होगी।