पुलिस कोई भी बल प्रयोग करे पर जाट आंदोलन में हाइवे न जाम होने दे : डीजीपी
हरियाणा पुलिस इस बार जाट आंदोलन के दौरान हालात को किसी कीमत पर काबू से बाहर नहीं जाने देने के लिए तत्पर है। डीजीपी ने पुलिसकर्मियों से इसके लिए कोई भी बल प्रयोग करने को कहा।
जेएनएन, पानीपत। हरियाणा पुलिस इस बार जाट आंदोलन से निपटने की तैयारी में जुटी हुई और किसी भी हालत में हालात को बेकाबू नहीं होेने देने के लिए कमर कस रही है। हरियाणा के डीजीपी डॉ. केपी सिंह ने कहा कि जाट आरक्षण आंदोलन की आड़ में अगर असामाजिक तत्व नेशनल हाईवे (एनएच) पर ट्रैफिक जाम करने की कोशिश करते हैं तो पुलिसकर्मी उससे सख्ती से निपटें। इसके लिए चाहे जैसा भी बल प्रयोग करना पड़ा।
उन्होंने यहां कहा कि अगर इस दौरान पुलिसकर्मी भागे या गैर हाजिर रहे तो वे कायर कहलाएंगे। आरक्षण की आड़ में किसी को भी कानून तोडऩे की इजाजत नहीं है। चाहे वह कितना भी पावरफुल क्यों न हो। वह जाट आरक्षण आंदोलन को लेकर पुलिस की तैयारी का जायजा लेने यहां आए हुए थे।
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पुलिस लाइन में डॉ. सिंह ने कहा कि सुनवाई, सहानुभूति और सहायता, इन तीन मंत्रों पर पुलिसकर्मी चलें। वह लोगों के बीच जाकर सकारात्मक तरीके से भाईचारा कायम करें। जो भी थाने में शिकायत लेकर आता है,उसकी सुनवाई की जाए। सेवा, सुरक्षा और सहयोग को पुलिस का हर जवान अमल में लाए। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल की सोच है कि अच्छी तरह चिंतन करके समाज के विकास में सहयोग करना हर किसी का कर्तव्य है।
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तबादला कराना है तो एमएलए के पास नहीं, मेरे पास आएं
डीजीपी डॉ. केपी सिंह ने पुलिसकर्मियों से कहा कि अगर किसी को तबादला कराना है तो एमएलए व मंत्री के पास जाने के बजाय उनके पास आए। तबादला गृह जिले में तो नहीं होगा, लेकिन नजदीक के जिले में कर दिया जाएगा। पुलिसकर्मियों काे वीकली ऑफ दिया जाएगा, लेकिन इस दौरान मोबाइल ऑन रखना होगा। इमरजेंसी होने पर एक घंटे के भीतर ड्यूटी पर लौटना होगा।
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