जंगल में घेरकर कुख्यात जबरा का एनकाउंटर, 22 मिनट में पुलिस ने ऐसे बिछाया जाल
पांच लाख का इनामी बदमाश जबरा पुलिस मुठभेड़ में ढेर। एक साल में दो हत्याकांड को अंजाम दे पुलिस के लिए चुनौती बन चुका था लाडवा निवासी बदमाश जबरा।
पानीपत, जेएनएन। पांच लाख रुपये का इनामी बदमाश जबर उर्फ जबरा पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। जबरा पर हत्या, डकैती व लूट के 12 मामले दर्ज थे। पुलिस उसकी कई माह से तलाश कर रही थी। करनाल के नेवल गांव से पीछा करते हुए पुलिस ने उसे बड़ागांव के जंगलों में घेर लिया। जबरा ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी फायरिंग में जबरा को गोली लगी। गंभीर हालत में उसे कल्पना चावला मेडिकल कालेज में दाखिल कराया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने स्वीफ्ट कार बरामद की। एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने बताया कि गाड़ी भी लूट की है। पुलिस टीम ने जबरा के पास से एक रिवाल्वर भी बरामद की है।
29 जुलाई 2018 को जबरा ने बदमाश कृष्ण निवासी दादुपुर रोड़ान करनाल के साथ मिलकर अंजनथली गांव में बबली उर्फ सुरेश की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड की पैरवी कर रहे बबली के रिश्तेदार छोटी दादुपुर निवासी विकास उर्फ पिंटू की 17 जनवरी 2019 को गोलियों से भुनकर हत्या कर दी थी। पिंटू हत्याकांड के बाद ग्रामीणों ने कड़ा रोष जताया था। दो दिन तक पिंटू के शव को एक निजी अस्पताल में रख कर मांग की थी कि जब तक आरोपितों को पुलिस पकड़ेगी नहीं तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
लोगों का था बड़ा दबाव
लोगों के बढ़ते दबाव के बाद करनाल जिले में दो हत्याकांड के बाद जबरा की तलाश में पुलिस ने दिनरात एक किया हुआ था। एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया को जबरा के नेवल गांव क्षेत्र में होने की सूचना मिली। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने सीआइटू पुलिस के इंस्पेक्टर दीपक के नेतृत्व में 10 कर्मचारियों की टीम गठित की। पुलिस ने उसे पकडऩे के लिए जाल बिछाया। इसी बीच स्वीफ्ट कार में सवार जबरा को अपने पीछे पुलिस के होने का आभास हो गया तो उसने फायरिंग शुरू कर दी और कार को बड़ागांव की ओर ले गया। पुलिस ने उसका पीछा किया और बड़ागांव के जंगलों में उसे घेर लिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में जबरा को गोली लग गई। पुलिस उसे तुरंत कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंची, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस तरह दिया कार्रवाई को अंजाम
सीआइए टू इंस्पेक्टर दीपक कुमार के नेतृत्व में गठित 10 सदस्यीय टीम ने इस पूरी कार्रवाई को 22 मिनट में अंजाम दिया। पुलिस ने दोपहर 12 बजकर 45 मिनट पर जबरा का पीछा करना शुरू किया था। नेवल गांव से लेकर बड़ागांव तक के जंगलों तक पुलिस को बदमाश ने गच्चा देने की पूरी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने जरा भी लापरवाही नहीं बरती। 22 मिनट में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई पूरी कर ली।
बुलेट प्रूफ जैकेट से बची पुलिसकर्मी की जान
पुलिस का कहना है कि जबरा की फायरिंग में एक पुलिस कर्मचारी को भी गोली लगी। लेकिन इस पुलिसकर्मी ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहनी थी। इसलिए उसका बचाव हो गया।
कृष्ण सहित दो बदमाशों की अभी पुलिस को तलाश-एसपी
एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने कहा कि बबली और विकास उर्फ पिंटू की हत्या के मामले में पुलिस को अभी दो और बदमाशों की तलाश है। पिंटू हत्याकांड में अब तक 16 बदमाश गिरफ्तार किए जा चुके हैं। फरार बदमाश दादुपुर रोड़ान निवासी कृष्ण और बदमाश सन्नी जास्ट को पुलिस जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी।