दिल्ली जा रही कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली को समालखा में रोका, पानी की बौछार कर किया तितर बितर, कई हिरासत में
दिल्ली जा रही कांग्रेस की किसान आक्रोश रैली को पुलिस ने समालखा अनाज मंडी के पास रोका। जीटी रोड अनाज मंडी के सामने बेरिकेड हटाने पर पानी का बौछार कर दी गई। 15-20 लोग हिरासत में भी लिए गए।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत से दिल्ली जा रही कांग्रेस की किसान आक्रोश रैली को समालखा, अनाज मंडी के सामने जीटी रोड पर पुलिस ने रोक दिया। उन्हें आगे नहीं जाने दिया। लोगों के बैरिकेड हटाने के प्रयास किए तो उनके ऊपर पानी का बौछार किया, जिससे वे तितर-बित्तर हो गए। 15 से 20 लोगों को हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिया गया। करीब 19 मिनट तक रैली में जा रहे लोगों का ड्रामा चलता रहा।
कृषि विधेयक के विरोध में पानीपत की अनाज मंडी में किसान और कांग्रेसी नेता इकट्ठा हुए थे। उन्हें यहां से दिल्ली संसद भवन जाना था। दोपहर 12.30 बजे के करीब वे जीटी रोड से दिल्ली के लिए ट्रैक्टर से चले। समालखा में 1.30 बजे पुलिस ने बेरिकेट लगाकर उन्हें रोक लिया। 1.49 बजे तक वे सरकार विरोधी नारा लगाते हुए विरोध करते रहे।
पुलिस ने पहले से कर रखी थी व्यवस्था
रैली को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस ने पहले से व्यवस्था कर रखी थी। आधा दर्जन डीएसपी सहित करीब दो सौ पुलिस जवानों की पानीपत से लेकर समालखा तक ड्यूटी लगी थी। पुलिस अधिकारी रैली के साथ चल रहे थे। रैली वालों की हर गतिविधियों पर नजर रखे थे। जीटी रोड पर अनाज मंडी के सामने उनके पहुंचते ही बेरिकेट्स लगा दिए गए। अनाज मंडी के अतिरिक्त पुराना बस अड्डा, छौक्कर पेट्रोल पंप आदि जगहों पर भी बेरिकेट्स और पुलिस की व्यवस्था थी। पुलिस और नपा के दमकल सहित आंसू गैस के वाहन खड़े थे।
समझाने के बाद किया पानी का बौछार: डीएसपी हेड क्वार्टर
सतीश वत्स ने कहा कि पुलिस, पानीपत से ही रैली के नेताओं को समझाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन वे नहीं माने। समालखा में उन्हें रोका गया। बेरिकेड हटाने का प्रयास और विरोध करने पर पानी का बौछार किया। कुछ लोगों को हिरासत में लिया था, जिन्हें अभी छोड़ दिया है। उन पर जो उचित कार्रवाई बनेगी वह की जाएगी। ड्यूटी मजिस्ट्रेट एसडीएम विजेंद्र हुड्डा सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद थे।
हमें नहीं जाने दिया: सचिन मित्तल
कांग्रेस समालखा शहरी युवा प्रधान सचिन मित्तल ने बताया कि हम शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जा रहे थे। किसान मेरे साथ थे। सभी अपनी इच्छा से ट्रैक्टर लेकर आए थे। पुलिस ने हमें आगे जाने नहीं दिया। विनीत कंबोज ने भी दिल्ली जाने से जबरन रोकने की बात कही।