छुट्टी पर थानेदार, रेलवे रोड पर दोबारा लगा जाम
प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक के बाद भी रेलवे रोड अतिक्रमण और जाम मुक्त होता नजर नहीं आ रहा। शनिवार को ट्रैफिक थाना प्रभारी अवकाश पर गए तो लोगों ने दोबारा रोड पर जाम लगाने के हालात बना दिए। दिनभर दोनों ओर से वाहनों का आवागमन जारी रहा। कुछ रेहड़ी संचालक भी पीली पट्टी से बाहर दिखाई दिए। खरीदारी करने आए लोगों ने भी बेतरतीब तरीके से वाहन खड़े कर रखे थे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक के बाद भी रेलवे रोड अतिक्रमण और जाम मुक्त होता नजर नहीं आ रहा। शनिवार को ट्रैफिक थाना प्रभारी अवकाश पर गए तो लोगों ने दोबारा रोड पर जाम लगाने के हालात बना दिए। दिनभर दोनों ओर से वाहनों का आवागमन जारी रहा। कुछ रेहड़ी संचालक भी पीली पट्टी से बाहर दिखाई दिए। खरीदारी करने आए लोगों ने भी बेतरतीब तरीके से वाहन खड़े कर रखे थे।
बता दें कि डीसी सुमेधा कटारिया के आदेशों से लोगों को काफी राहत मिली थी। जाम की समस्या बिल्कुल खत्म हो गई थी। लोग आसानी से स्टेशन तक पहुंच जाते थे। चालान के डर से रेहड़ी संचालक फुटपाथ से नीचे रेहड़ी नहीं लगाते थे। लेकिनपूर्व ट्रैफिक थाना प्रभारी के ट्रांसफर होने के बाद व्यवस्था बिगड़ गई थी। दिनभर रेलवे रोड पर जाम लगा रहता था।
शुक्रवार को ही ट्रैफिक थाना प्रभारी भारत भूषण ने रेलवे रोड व्यापार मंडल के पदाधिकारियों और दुकानदारों के साथ बैठक की थी। दो दिन का समय मांग वन-वे का फार्मूला सख्ती से लागू कराने का आश्वासन दिया था।
दुकानदार लेते हैं पैसे, जगह दे प्रशासन
रेलवे रोड पर रेहड़ी लगाने वालों का कहना है कि वे दिनभर मेहनत करके रेहड़ियों पर फल, सब्जी और अन्य खान-पान का सामान बेचते हैं। दुकानदार रेहड़ी खड़ी कराने की एवज में उनसे पैसे लेते हैं। अधिकारी कार्रवाई करते हैं तो सबसे पहले उनके ऊपर ही गाज पड़ती है। प्रशासनिक अधिकारियों को उनके खड़े होने के लिए एक सही जगह सुनिश्चित करनी चाहिए।
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हाल ही में ट्रैफिक थाना प्रभारी से बातचीत हुई है। उन्होंने मी¨टग के बाद दो दिन का समय मांगा था। सोमवार को ठोस कार्रवाई होने के आसार हैं।
प्रधान अनिल मदान, रेलवे रोड व्यापार मंडल।