हत्यारे पति के खिलाफ खड़ी हुई पत्नी, एक-एक कर पांच मासूमों की ले ली थी जान
Haryana Jind children murder caseजींद में पांच बच्चों की मौत को लेकर पत्नी ने पति के खिलाफ शिकायत दी है। पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने तीन बच्चों की हत्या का मामला दर्ज कर लिया
पानीपत/जींद, जेएनएन। मासूम बच्चों की हत्या के मामले में पत्नी ने पति के खिलाफ शिकायत दी है। पुलिस ने पत्नी की शिकायत पर जुम्माद्दीन के खिलाफ तीन बच्चों की हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
पांच बच्चों की हत्याओं के आरोपित सफीदों के गांव डिडवाड़ा के जुम्माद्दीन ने 8 साल पहले नौ माह की बेटी निशा, चार साल पहले एक साल के बेटे आर्यन व करीब डेढ़ साल पहले बेटे नबी की हत्या की थी। इन तीनों बच्चों का न तो पोस्टमार्टम करवाया गया था और न ही किसी की शिकायत पर पुलिस में केस दर्ज किया गया था।
साेमवार को कब्र की पहचान न होने पर इन तीनों बच्चों के शवों के अवशेष भी नहीं निकाले गए थे। ऐसे में अब पुलिस ने जुम्मा द्वारा इन तीनों बच्चों की हत्याओं के कबूलनामे के आधार पर और पत्नी रीना की शिकायत पर तीन हत्याओं के मुकदमे दर्ज कर लिए हैं। पुलिस मंगलवार को पांच बच्चों के हत्यारोपित जुम्माद्दीन को अदालत में पेश करेगी। पुलिस अदालत से जुम्माद्दीन की रिमांड बढ़ाने की मांग करेगी। अभी तक आरोपित की साली की भूमिका सामने नहीं आई, लेकिन पुलिस उससे अब भी पूछताछ कर रही है। अभी तक की जांच में साली से एकतरफा प्रेम का मामला सामने आया है।
आठ साल से हत्याओं का दबा रखा राज
सफीदों के गांव डिडवाड़ा के जुम्माद्दीन ने आठ साल में एक-एक करके अपने पांच बच्चों की हत्या कर डाली। लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी। इसका बड़ा कारण जुम्मा का व्यवहार है। जुम्मा बहुत ही घुन्ना (खुलकर न बोलने वाला) प्रवृत्ति का व्यक्ति है। वह कभी अपने भाइयों के साथ ठीक तरह से बात नहीं करता था। कभी किसी भाभी के साथ भी खुलकर न बोला, न हंसा। गांव में हमेशा गर्दन झुकाकर चलता था। किसी के पास बैठकर न कभी ताश खेलता था और न हुक्का पीता था। अपनी ही धुन व मस्ती में रहता था। इस कारण सभी लोग उसे शरीफ समझते थे और तीन बच्चों की हत्या के बाद उसके प्रति हमदर्दी थी। लेकिन अब पूरे गांव में उसके प्रति गुस्सा है। परिवार के लोग उसे घुन्ना कहते थे कि समुद्र की गहराई का पता चल जाए, लेकिन जुम्मा के बारे में किसी को कुछ नहीं पता। अब उसके भाइयों व भाभियों का कहना है कि इसी घुन्ने व्यवहार के कारण हमें नहीं पता चला कि हमारे परिवार में काला नाग पल रहा है। जुम्मा के बड़े भाई गुलाब ने कहा कि जब भी कोई भाई उसे कुछ कहता तो गुस्से में आकर बात करता था। यही व्यवहार भाभियों के प्रति था। कभी हमारे पास बैठकर सुख-दुख की बात साझा नहीं की। अब हमें लग रहा है कि इसी कारण किसी को यह भेद पता नहीं चला कि वही अपने बच्चों की हत्या कर रहा है।
अब पड़ोसियों को लगने लगा डर
जुम्मा द्वारा अपने पांच बच्चों की हत्या के खुलासे के बाद उसके पड़ोसी घबराए हुए हैं। आसपास की महिलाओं का कहना है कि अब हमें अपने बच्चों को लेकर अंदर ही अंदर डर सता रहा है। अब तो पड़ोसी यही दुआ कर रहे हैं कि शातिर जुम्मा जेल में सड़ जाए और कभी गांव में न आए।