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शव निकालने के चक्कर में पुलिसकर्मियों ने ले ली जान, सजा केवल लाइन हाजिर

नहर में डूबने से एक युवक की मौत हो गई। युवक को तीन पुलिसकर्मियों ने शव निकालने के लिए नहर में उतारा था। तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड कर लाइन हाजिर कर दिया गया।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 01:14 PM (IST)Updated: Thu, 25 Apr 2019 10:41 AM (IST)
शव निकालने के चक्कर में पुलिसकर्मियों ने ले ली जान, सजा केवल लाइन हाजिर
शव निकालने के चक्कर में पुलिसकर्मियों ने ले ली जान, सजा केवल लाइन हाजिर

पानीपत/करनाल, जेएनएन। पश्चिम यमुना नहर में शव को निकालने के लिए पुलिस ने जबरन एक युवक को उतार दिया। तैरना न आने की वजह से अशोक विहार मधुबन निवासी संदीप कुमार (36) नहर में डूब गया। संदीप के परिजनों को जब मामले की जानकारी मिली तब परिवार के लोग एसपी के निवास पर पहुंचकर प्रदर्शन किया। एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपित पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर लाइन हाजिर कर दिया।

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परिजनों का आरोप है कि पश्चिम यमुना नहर में एक शव बह कर जा रहा था। संदीप को पुलिसकर्मियों ने मजबूर किया कि वह नहर से शव को बाहर निकाले। दबाव की वजह से वह नहर में उतर तो गया, लेकिन तेज बहाव से खुद को संभाल नहीं पाया और डूब गया। पुलिसकर्मियों ने बाद में लोगों की मदद से शव को बाहर निकाला। उसे अर्पणा अस्पताल में ले गए। डॉक्टरों ने उसे कल्पना चावला मेडिकल कालेज रेफर कर दिया, यहां पुलिसकर्मी शव को छोड़ फरार हो गए।

रिटायर्ड एसआइ का बेटा था संदीप
मृतक के पिता व रिटायर्ड एसआइ रामपाल ने बताया कि आरोपित पुलिसकर्मियों ने उसके बेटे की हत्या की है। उसे नहर में उतरने के लिए मजबूर किया गया, जबकि वह तैरना भी नहीं जानता था। डीएसपी घरौंडा रामदत्त ने बताया कि एसपी के निर्देश पर वह कार्रवाई कर रहे हैं। मृतक के परिजनों के आने पर शिकायत दर्ज कर ली जाएगी। इस मामले में एसआइ कृष्ण, हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार, ईएचसी बिजेंद्र संस्पेंड किए गए हैं।

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संदीप का फाइल फोटो।

रात नौ बजे तक पुलिस दबाती रही संदीप की मौत
पुलिस युवक की डूबने से मौत की वारदात को दबाने की कोशिश करती रही। रात नौ बजे तक परिजनों को सच्चाई नहीं बताई गई। परिजन यदि करनाल में एसपी सुरेंद्र ङ्क्षसह भौरिया के निवास पर न पहुंचते तो वारदात को दबा ही दिया था। पीडि़त परिवार ने बताया कि घरौंडा और मधुबन पुलिस में तो उनकी बात तक नहीं सुनी। उन्हें वहां से भगा दिया गया। ऐसे में उनके सामने एसपी के सामने पेश होने के सिवाय कोई चारा ही नहीं बचा था। एसपी निवास पर मृतक के पिता रामपाल ने बताया कि उसके बेटे की हत्या पुलिस ने की है।

हत्या को हादसा बनाने की कोशिश
पीडि़तों ने बताया कि पुलिस ने हर कदम पर हत्या को हादसा दिखाने की कोशिश होती रही। मृतक संदीप के पिता रामपाल ने बताया कि उसके बेटे की हत्या की गई है। उसे पानी में उतरने के लिए मजबूर किया गया है। वह तो नहर किनारे टहल रहा था। पुलिसकर्मियों ने वर्दी का रूआब दिखा कर उसे पानी में उतरा। जब संदीप ने विरोध करना चाहा तो उसे डराया गया। इसी डर के मारे वह कांपता हुआ पानी में उतर गया। यह हादसा नहीं सुनियोजित हत्या है।


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