Haryana Politics: पीएम का मनोहर राग, जिनके दिल जलते हैं तो जले, पानीपत वाले संजय खुश हैं
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल के सबसे नजदीक हैं करनाल लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय भाटिया। बाइक पर साथ में सवारी करते हैं मंच साझा करते हैं। टिकट भी मनोहर ने ही उन्हें दिलाया। पीएम की मनोहर की तारीफ से संजय सबसे ज्यादा प्रसन्न। पढि़ए इस सप्ताह का विशेष कालम।
पानीपत, [रवि धवन]। करनाल-पानीपत के सांसद संजय भाटिया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल का उन पर अति स्नेह है। लोकसभा का टिकट भी मुख्यमंत्री ने ही दिलाया था। देश में सर्वाधिक वोटों से जीतने वाले सांसदों में दूसरे नंबर पर रहे। इधर कुछ दिनों से प्रसन्नता से सराबोर हैं, आंखें खुशी से छलक रही हैं। उनके समर्थक बताते हैं कि उनकी आंखों में जो खुशियों के आंसू छलक रहे हैं, उसका कारण मुख्यमंत्री से भीतर ही भीतर ईर्ष्या रखने वाले की आंखों के सपने टूटना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर लाल को हरियाणा का अब तक सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री घोषित कर दिया। इससे सीएम विरोधियों के दिल के अरमां आंसुओं में बह गए तो सीएम के सिपहसालार संजय भाटिया की आंखों में खुशी का समंदर हिलोरें लेने लगा है। यद्यपि दूसरा पक्ष भी सदमे से उबरने का प्रयास कर रहा है। उसका कहना है कि सपने कभी मरते नहीं-अच्छे दिन आएंगे। जरूर आएंगे। तय है।
दुआओं में बहुत असर होता है
दुआओं में बहुत असर होता है। इन दिनों सीनियर डिप्टी मेयर दुष्यंत भट्ट को झोली भर भरकर दुआएं मिल रही हैं कि हर मुहल्ले में उनका घर हो। हुआ यह कि हाल ही में उन्होंने सेक्टर छह में नए घर का मुहूर्त किया। मजबूरी थी। प्रशंसक इतने उमड़ने लगे थे कि पुराने घर में स्थित कार्यालय छोटा पड़ने लगा था। नए घर में उप नगराध्यक्ष ने पांच हजार से अधिक लोगों को भोजन पर बुलाया। जो सड़क उनके घर तक जाती थी, टूटी हुई थी। मुहूर्त से ठीक पहले सड़क तो बनी ही बनी, चारों तरफ झंडे भी लग गए। अब जो भी इस सड़क की तरफ आया, उसके मुंह से ये भी निकला,श्रीमंत दुष्यंत का एक घर तो हर मुहल्ले में होना ही चाहिए। सभी समस्याओं का निदान हो जाएगा। वैसे इस दुआ को साकार करने के लिए दुष्यंत जी विचार करेंगे तो उनके लिए भी अच्छा ही होगा।
उम्मीद है कि नाउम्मीदी नहीं होगी
एक निर्यातक के सेलफोन की घंटी बजी। एक बड़े बैंक के मैनेजर बोले-मिलना चाहता हूं। निर्यातक बोले, जब चाहे आ जाएं। शाम को मैनेजर साहब निर्यातक के ड्राइंग में रूम में चाय पीते हुए मैनेजर साहब बोले- आपके पास बड़ी उम्मीद से आया हूं। उम्मीद है कि नाउम्मीदी नहीं होगी। निर्यातक ने कहा- आप काम तो बताएं। बैंक मैनेजर बोले-आप हमारे बैंक से लोन ले लीजिए। अब चौंकने की बारी निर्यातक की थी। बोले, ठीक है,पर आप खुद चलकर आए। इसपर मैनेजर ने कहा कि चीन को पानीपत के निर्यातकों ने मरोड़ दिया है। अब टेक्सटाइल सेक्टर में तो पानीपत ही हावी है। विदेश में अपना ही सिक्का चल रहा है। आपके पास हमारा पैसा सुरक्षित रहेगा। कुछ बैंक को बतौर ब्याज भी मिल जाएगा। इससे पहले कि कोई दूसरा बैंक वाला याचना लेकर पहुंच जाए और आप उसकी याचना स्वीकार कर लें, हमने सोचा हम ही अर्जी लगा दें।
रेवड़ी इज बैक
रोहिता रेवड़ी। शहर से भाजपा की पूर्व विधायक। पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट कट गया। दो साल से सामाजिक गतिविधियों से दूर इनके पति सुरेंद्र रेवड़ी ने इस बार दशहरा पर्व पर पुराना फार्मूला अपनाकर सक्रियता बढ़ा दी है। पत्नी के विधायक बनने से पहले इसी फार्मूले से उन्होंने धार्मिक, सामाजिक संगठनों के साथ ही जनता का दिल जीत लिया था। हनुमान सभाओं और रामलीला में उनकी उपस्थिति के साथ ही रेवड़ी इज बैक का मैसेज वायरल होने लगा, जो कुछ लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। अब कुछ भाजपाई विचार मंथन कर रहे हैं कि ऐसी व्यूह रचना करें कि रेवड़ी पिच पर ही न उतर पाएं। सो, स्टेट ड्राइव कैसे लगाएंगे? लेकिन दिक्कत यह है कि रेवड़ी को चुनावी आइपीएल में इनेलो-कांग्रेस या जजपा ने अपनी टीम में शामिल कर लिया तो क्या होगा, क्योंकि वह तो अपने दम पर मैच जीतने वाले बैट्समैन हैं।