पौधों से घर सजाएं, तनाव भरी लाइफ में शांति पाएं
घरों के इंटीरियर डेकोरेशन की बात आती है तो अधिकांश के मन में परदे सोफा आदि का ही ध्यान आता है लेकिन पेड़-पौधों से घरों को सजाने का चलन आजकल बढ़ा है।
लाइफ स्टाइल
जागरण संवाददाता, पानीपत: घरों के इंटीरियर डेकोरेशन की बात आती है तो अधिकांश के मन में परदे, फर्नीचर, शोपीस, प्लास्टिक पैनल जैसी सजावट की वस्तुओं की ओर ध्यान जाता है। अब इंटीरियर डेकोरेशन में फल-फूलदार पौधे, यानि हरियाली को विशेष तरजीह दी जाने लगी है। यूं कहिए कि तनाव भरी लाइफ में हर व्यक्ति प्रकृति के साये में शांति तलाश रहा है। यही कारण है कि रसोई, बेडरूम से लेकर बाथरूम के कोनों में डिजायनर गमलों में पौधे लगाए जा रहे हैं। मिनी गार्डन
घरों बाहर या चौक में छोटी सी क्यारी बनाकर पेड़-पौधे तो आपने तमाम घरों में देखे होंगे। अब घरों की छत पर मिनी गार्डन बनाने का ट्रेंड है। मिनी गार्डन में सकुलेंट प्लांट्स (गूदेदार पौधे), क्रिसमस ट्री, मनी प्लांट, मोगरा, मेरीगोल्ड, अनेक प्रकार के पाम, तुलसी और चाइनीज प्लांट उगाए जा रहे हैं। मनी प्लांट और मोरपंखी तो हर घर का हिस्सा बनी हुई है। समुद्री थीम
नदियों और झरनों से लगाव रखने वाले परिवारों को समुद्री थीम भी खूब पसंद आ रही है। छोटे-छोटे पत्थरों व टेराकोटा के बने छोटे डिजाइनों में परियों के आशियाने, मत्स्य कन्या, छोटे समुद्री पत्थरों, रॉक आदि से सजाया जा रहा है। आर्टिफीशियल को कहें ना
छत की ग्रिल पर भी खास डिजायन के गमले हरियाली बिखेरते देखे जा रहे हैं। सीधा अर्थ, अब परिवारों को आर्टिफिशियल ग्रीनरी से अधिक असली हरियाली भा रही है। सबसे खास बात यह कि किचन और बाथरूम में छोटे-छोटे गमलों में मुस्कराती हरियाली परिवार के सदस्यों और आगंतुकों का स्वागत करते दिखने लगी है। मां से मिली सीख
परिवार के सभी सदस्यों को पेड़-पौधों से खूब लगाव है। खासकर, मॉम को पौधों की केयर करना खूब अच्छा लगता है। उनसे मिली सीख से ही घर में ऐसे भी पौधे लगाए गए हैं जो बिना धूप के भी हरे-भरे रह सकते हैं।
कुंवरप्रीत ¨सह, सेक्टर-12