लोगों को दी वैदिक धर्म की जानकारी
आचार्य अभय आर्य की ओर से रविवार को गांव कोहंड बाल्मीकि चौपाल पर हवन यज्ञ किया गया। उन्होंने लोगों को वैदिक धर्म की जानकारी दी। कहा कि यह हमारी मूल पहचान है। सभी आर्य हैं और सदाचार सबसे बड़ा धर्म है। जिस व्यक्ति का खान-पान लेन-देन व्यवहार और चरित्र ठीक होता है वही धार्मिक है और विभिन्न जातियों में बंटके खुद का नुकसान होता है।
जासं, पानीपत : आर्य बाल भारती स्कूल के निदेशक आचार्य अभय आर्य ने रविवार को गांव कोहंड वाल्मीकि चौपाल पर हवन यज्ञ किया गया। उन्होंने लोगों को वैदिक धर्म की जानकारी दी। कहा कि यह हमारी मूल पहचान है। सभी आर्य हैं और सदाचार सबसे बड़ा धर्म है। जिस व्यक्ति का खान-पान, लेन-देन, व्यवहार और चरित्र ठीक होता है, वही धार्मिक है और विभिन्न जातियों में बंट के खुद का नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि विदेशियों ने हमारे रामायण, महाभारत व मनुस्मृति में मिलावट कर इस वर्ग संघर्ष को जन्म दिया है। महर्षि मनु, महर्षि वाल्मीकि व श्रीराम किसी एक वर्ग के नहीं अपितु हम सब के आदर्श हैं। इस अवसर पर बाल्मिकी समाज से संदीप, कुलदीप, बुक्कर, शुभम, सुशील व नवीन व गांव के सैंकड़ों लोग मौजूद थे।