स्वास्थ्य मंत्री के गृहक्षेत्र में पीलिया ने पसारे पांव, नीम हकीम के भरोसे जनता की जान
गर्मी का सीजन शुरू होते ही हर साल अंबाला छावनी में पीलिया और डायरिया फैल जाता है। लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद यहां पर पानी की सप्लाई आज तक दुरुस्त नहीं हो सकी। अभी भी जिस एरिया में पीलिया फैला है वहां सीवरेज निर्माण का कार्य चल रहा है।
अंबाला, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गृहक्षेत्र में कई एरिया में पीलिया ने पांव पसार लिए हैं। हालात यह हैं कि इसके बावजूद पूरा स्वास्थ्य विभाग इस संक्रामक रोक से बेखबर है। स्थिति यह है कि महेश नगर के वशिष्ठ नगर, विजय नगर, दयालबाग और भरतनगर कालोनियों में पीलिया के दर्जनों मरीज सामने आने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की नींद नहीं टूटी है। एक के बाद एक घर में पीलिया के मरीज होने के लोग इतने सहम गए हैं कि उन्हें ओपरी पराई का भी डर सताने लगा है।
इसीलिए वह अब नीम-हकीम का भी सहारा ले रहे हैं। साहा खंड के काल्पी से आगे महुआ खेड़ा चौक से नंगडौली में ऐसे मरीजों के इलाज का दावा किया जा रहा है। मरीजों को ठीक करने के लिए एक आटे का पेड़ा, सूखा कपड़ा, अखबार, मोमबत्ती, माचिस, साबुन और फ्रूटी मंगवाई जाती है। अखबार को फोल्ड कर मोमबत्ती में आग लगाई जाती है और उसे कान पर रख दिया जाता है। दावा किया जा रहा है कि पीलिया इससे कान के जरिए बाहर निकल जाता है। बाद में मरीज को फ्रूटी पिलाई जाती है। यह सब स्वास्थ्य विभाग की नाक के तले चल रहा है क्योंकि वहीं केस उजागर होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने इस क्षेत्र में न तो कोई शिविर लगाया न जनता को जागरूक करने का कोई प्रयास किया गया।
हर साल अंबाला में फैलता है पीलिया और डायरिया
गर्मी का सीजन शुरू होते ही हर साल अंबाला छावनी में पीलिया और डायरिया फैल जाता है। क्योंकि लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद यहां पर पानी की सप्लाई आज तक दुरुस्त नहीं हो सकी। अभी भी जिस एरिया में पीलिया फैला है वहां सीवरेज निर्माण का कार्य चल रहा है लेकिन ठेकेदार बिना पब्लिक हेल्थ के कर्मचारियों के सहयोग से सड़क उखाड़ देते हैं इसी दौरान पाइप लाइन भी टूट जाती है और गंदा जल लोगों के घर पहुंचने से वह बीमार पड़ रहे हैं।
रोग विशेषज्ञ के अनुसार
मामला संज्ञान में आया है। इस मामले में आज ही पब्लिक हेल्थ के एक्सइएन से बातचीत कर और टीम को भेजकर जांच करवाई जाएगी।
डा. सुनील हरि, संक्रामक रोग विशेषज्ञ।
अनिल चौहान, पब्लिक हेल्थ एक्सइएन के अनुसार
इस बारे में नगर परिषद को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई के लिए कहा जाएगा। जहां भी पेयजल लाइन में लीकेज है हम उसे दुरुस्त करवा रहे हैं। साथ ही पानी में क्लोरिन की मात्रा भी बढ़ा दी गई है।