एक साल में लोगों ने 90 पेड़ काटे, वन विभाग ने सात लाख का ठोका जुर्माना
जागरण संवाददाता पानीपत लोगों ने वन विभाग के 90 पेड़ काटे लिए। जिसमें
जागरण संवाददाता, पानीपत : लोगों ने वन विभाग के 90 पेड़ काटे लिए। जिसमें 87 लोगों को जुर्माना लगाया गया। लोगों से वन विभाग ने लोगों से सात लाख रुपये वसूले। तीन कोर्ट केस चल रहे हैं। पेड़ काटने वालों के खिलाफ वन विभाग विशेष अभियान चला रही है। अगर कोई पेड़ काटता हुआ पाया गया तो जुर्माना के साथ जेल की भी सजा का प्रावधान है। वन विभाग अब पेड़ को बचाने के लिए काफी प्रयास कर रह है। अब मानसून में भी छह लाख से ज्यादा पौधे तैयार किए हैं। जिससे प्रर्यावरण को बचाया जा चके।
पेड़ को बचाने के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो रात के समय भी फील्ड में नजर रखे हुए हैं कि कहीं कोई पेड़ काटता मिलता है तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाती है। इसके साथ ही जुर्माना के साथ-साथ जेल होने का भी प्रावधान है। अब वन विभाग के इस कदम से पानीपत शहर में पर्यावरण को साफ सूथरा रखने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे आगे आक्सीजन की कमी न हो सके। कोरोना काल में सबसे ज्यादा आक्सीजन की कमी थी। इसी को देखते हुए यह कदम उठाया गया। पेड़ काटने पर ये हैं प्रावधान
सरकार की अनुमति के बिना पेड़ को कटाना अपराध है। भारतीय वन कानून 1927 के अनुसार सेक्शन 68 के अंतर्गत पर्यावरण कोर्ट में मामला दर्ज हो सकता है। इसमें पेड़ों की चोरी, पर्यावरण को नुकसान पहुंचने और प्रदूषण एक्ट के तहत मामला दर्ज हो सकता है। पेड़ काटने के मामले में दोषी पाए जाने वाले को पेड़ की किस्म मोटाई के अनुसार जुर्माना किया जा सकता है या छह माह से लेकर तीन साल की जेल हो सकती है।
पेड़ काटने पर सात लाख जुर्माना लगाया गया : डा. लक्ष्मी
वन मंडल अधिकारी डा. विजय लक्ष्मी ने जागरण से बातचीत में कहा कि पेड़ काटने पर 87 के खिलाफ सात लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। पेड़ काटने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा।