आसमान से बरसी आग, लू के थपेड़ों ने झुलसाया
सुबह सुर्ख सूरज की लालिमा दोपहर होते-होते और चटख होती चली गई। तपिश के चलते घर से निकलने की तैयारी कर रहे लोगों की हिम्मत जवाब दे गई।
जागरण संवादादाता, पानीपत : गर्म हवाओं के बीच बृहस्पतिवार को जमीन धधक उठी। आसमान से बरसते अंगारों के बीच राहगीरों के लिए दोपहर में एक कदम चलना भी मुश्किल साबित हो रहा था। यह तीसरी बार है जब इस सीजन में अधिकतम पारा 44 डिग्री के करीब पहुंचा है। मौसम के इस गर्म मिजाज के बीच अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री व न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री और न्यूनतम चार डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा।
सुबह सुर्ख सूरज की लालिमा दोपहर होते-होते और चटख होती गई। तपिश के चलते घर से निकलने की तैयारी कर रहे लोगों की हिम्मत जवाब दे गई। गर्म हवाओं को रोकने में गमछा, दुपट्टा, टोपी भी बौने साबित हो रहे थे। दिन चढ़ने के साथ तापमान बढ़ा तो शहर के चौराहों पर टैंपो, बस व आटो का इंतजार करना लोगों की लिए मुश्किल हो गया। बिजली की खपत 12 लाख यूनिट बढ़ी
सर्दियों की अपेक्षा एसी, कूलर और पंखे के कारण गर्मियों में बिजली की खपत बढ़ जाती है। पानीपत शहर में सर्दी में जहां 16 से 17 लाख यूनिट बिजली की खपत होती थी वह अब बढ़कर 30-32 लाख यूनिट तक पहुंच चुकी है। गर्मी ऊपर से बिजली कट
गर्मी अधिक होने के कारण ट्रि्िपंग बढ़ गई है। ओवरलोड फीडरों पर तो चार से पांच घंटे के बिजली कट आम हैं। मलिक एन्कलेव सेक्टर-25 के आधे हिस्से में बुधवार को पूरी रात लाइट नहीं आई। इस कारण पानी की किल्लत से भी लोगों को दो-चार होना पड़ा। बाहरी कालोनियों में भी बिजली कटों की समस्या अधिक बनी हुई है। अघोषित कट अधिक परेशान कर रहे हैं। बाजारों में छाया सन्नाटा
गर्मी अधिक होने के कारण बाजारों में सन्नाटे की स्थित बनी हुई है। सुबह शाम की ग्राहकी ही बची है। दिन में बाजारों में इक्का-दुक्का आवाजाही ही हो पाती है। पहले से मंदी के मार से जूझ रहे बाजारों में गर्मी अधिक होने के कारण ग्राहकी नदारद हैं। इस गर्मी स्वास्थ्य का रखें विशेष ख्याल
डॉक्टर जगजीत सिंह आहूजा कहना है कि गर्मी अधिक होने से शहर में वायरल, एलर्जी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। धूल और मिट्टी के चलते दमे के मरीजों की परेशानी भी बढ़ गई है। ऐसे में कुछ सावधानियां अपनाकर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है।
--दोपहर को घरों से बाहर निकलने से बचें।
-जरूरी हो तो सिर ढंककर निकलें। छाता साथ लें।
-हीट स्ट्रोक का खतरा अधिक रहता है। पानी का अधिक से अधिक सेवन करें। साफ और स्वच्छ पानी पिएं।
-नवजात शिशुओं को सीधे धूप से बचाकर रखें। खान पान में रखे सावधानियां
1. तरल पदार्थ ज्यादा से ज्यादा लें।
2. बाहर का खाना कम से कम खाएं।
3. रेहड़ियों से खाने पीने का समान लेने से परहेज करें।
4. आंखों की एलर्जी से बचने के लिए चश्मा पहनें।
5. स्वच्छ पानी का सेवन अधिक करें।
6. दोपहर में घर से बाहर निकलना हो तो सिर ढंकने के साथ पानी पीकर निकलें। दोपहिया वाहन चालकों की परेशानी बढ़ी
लू के थपेड़ों से दोपहिया वाहन चालकों को भी जूझना पड़ रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि दोपहिया वाहन चालक हेलमेट पहनकर चलें। आंखों का बचाव जरूरी है। कोशिश करें कि दोपहर में बाहर न निकलना पड़े। चेहरे पर, हाथों पर कोल्ड क्रीम भी लगाई जा सकती है जिससे त्वचा प्रभावित नहीं होगी। आज से आंशिक बदलाव के आसार
शुक्रवार को तापमान में दो प्वांइट कि गिरावट होने की संभावना है। मौसम शुक्रवार शनिवार को साफ रहेगा। 12 मई को बूंदाबांदी की संभावना मौसम विभाग ने व्यक्त की है। तापमान अधिकतम 41 डिग्री व न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।