फिल्मी कहानी सी पानीपत के प्रॉपर्टी डीलर की हत्या की मिस्ट्री, पांच दिन बाद सुलझी गुत्थी
पांच दिन से लापता पानीपत के प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी गई है। उनके पार्टनर ने ही दोस्तों के साथ मिलकर हत्या की। पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर दिया।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत के प्रॉपर्टी डीलर और सुखदेव नगर सोसायटी के सरपरस्त नरेश शर्मा के लापता होने के राज का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। उनकी हत्या कर दी गई है। शव को नहर में फेंक दिया गया। आरोपित कोई और नहीं, बल्कि उनका पार्टनर है। पार्टनर ने दोस्तों के साथ हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर नरेश शर्मा के मामले में पटाक्षेप कर दिया। छह फरवरी से लापता नरेश शर्मा की उनके पार्टनर ने हत्या कर दी थी। साजिश के तहत हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। पहले उनके शव को नहर में फेंका और बाद में कार को भी नहर में धकेल दिया। पुलिस ने एक के बाद एक कड़ी को छोड़ा तो मामले का पर्दाफाश हुआ।
कुछ इस तरह से हुए थे लापता
पानीपत के यमुना एनक्लेव निवासी सुखदेव नगर सोसायटी के सरपस्त नरेश शर्मा छह जनवरी की शाम घर नहीं पहुंचे थे। वह सुखदेव नगर स्थित प्रॉपर्टी डीलर ऑफिस से शाम करीब 7.30 बजे इटियोस कार से घर के लिए निकले थे। एक दो जगह सीसीटीवी में उनकी कार दिखी थी। इसके बाद नरेश का कुछ पता नहीं चल सका था। उनके साले सुरेश शर्मा ने सिटी थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
छह जनवरी की रात नहर में दिखी थी कार
करनाल में आवर्धन नहर में छह जनवरी को एक राहगीर ने पुलिस पर एक कार खड़ी देखी थी। तभी कार नहर में गिरती दिखी। उसकी डिपर लाइट जल रही थी। गांव के सरपंच को सूचना दी गई और पुलिस मौके पर पहुंची। कार को निकाला गया। लेकिन कार में न नंबर प्लेट थी और न कोई दस्तावेज। जांच के बाद पता चला कि कार पानीपत के प्रॉपर्टी डीलर नरेश शर्मा की है। इसके बाद जांच में तेजी आई।
ये बनी हत्या की वजह
प्रॉपर्टी डीलर नरेश शर्मा की सेक्टर 12-17 स्थित पैराडाइज कार बाजार के मालिक पुलकित मदान से जान पहचान थी। 2018 में पुलकित को रुपयों की जरूरत थी तो उसने नरेश से पांच फीसद ब्याज पर 15 लाख रुपये लिए थे। आठ लाख रुपये वापस कर दिए थे, जबकि सात लाख बाकी थे। नरेश ने जब रुपये मांगे तो पुलकित परेशान हो गया। इसके बाद उसने हत्या की वारदात को अंजाम देने की साजिश रची।
हिसाब करने को बुलाया ऑफिस
पुलकित ने हत्या की साजिश अपने दोस्त चेतन और सुनील के साथ रची। चेतन शर्मा और सुनील चंदौली गांव के रहने वाले हैं। पहले तीनों ने नरेश की रेकी की। वह हर रोज साढ़े सात बजे ऑफिस से यमुना एन्क्लेव स्थित घर जाते थे। स्काईलार्क के पास पुलकित ने अपनी कार स्विफ्ट खड़ी कर दी। वहीं से नरेश गुजरा तो स्काईलार्क के पास उन्ही की कार में बैठकर अपने ऑफिस पैराडाइज कार बाजार ले गया। वहां पहले से ही सुनील और चेतन थे।
ऑफिस में ही मार दिया
पुलकित के ऑफिस पहुंचते ही चेतन, सुनील ने मिलकर नरेश शर्मा की हत्या कर दी। इसके बाद शव को उसकी की तीनों ने मिलकर नरेश की हत्या कर उनकी इटियोस कार की डिग्गी में शव रख दिया। चेतन और सुनील कार लेकर हाईवे और सीसीटीवी से बचने के लिए मेन रोड से न जाकर लोकल रूट से गए। करनाल के आवर्धन नहर के पास सचिन और चेतन पहुंचे, पीछे से पुलकित अपनी कार से आ गया। वहां शव निकालकर नहर में फेंक दिया और कुछ दूर जाकर कार को भी नहर में धकेल दिया।
पुलिस ने इस तरह सुलझाई गुत्थी
आरोपितों ने हत्या की वारदात के दौरान पूरी सतर्कता बरती। न मोबाइल फोन का यूज किया न कोई क्लू छोड़ा। यहां तक टोल से बचने के लिए लोक रूट का सहारा लेते हुए नहर तक पहुंचे। लेकिन पुलिस से वे नहीं बच सके। पुलिस ने करीब 67 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज को खोजा। उनको जुटाया और एक के बाद एक सीसीटीवी जोडऩे पर गुत्थी सुलझी। पुलिस ने रात को भैंसवाल मोड़ से तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो हत्या कबूल की। पुलिस आरोपितों को पांच दिन की रिमांड पर लेगी।
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