पुलिस वाले ने माउंट एवरेस्ट पर फहराया तिरंगा, जानिए उनके जुनून और जिद की कहानी
एएसआइ कपिल ठाकुर ने माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया। इसके अलावा दिल्ली से नेपाल की राजधानी काठमांडू तक सोलो साइकिल अभियान को पूरा किया।
पानीपत, जेएनएन। अपराधियों में उलझे रहने वाले पुलिसकर्मियों से इतर एएसआइ ने माउंट एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहराया। एएसआइ कपिल ठाकुर का जुनून ही ऊंची चोटियों पर चढऩा और पर्वतों को नजदीक से जानना है। उन्होंने काठमांडू से दिल्ली तक का सफर सोलो साइकिल अभियान के तहत 78 घंटे में पूरा किया। कपिल ने दावा किया है कि इस अभियान को पूरा करने वाले वे पहले भारतीय हैं। बृहस्पतिवार को एसपी सुमित कुमार ने एएसआइ को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
पर्वतारोही एएसआइ कपिल ठाकुर ने पांच अप्रैल को दिल्ली इंडिया गेट से काठमांडू नेपाल तीन हजार किमी साइकिलिंग अभियान के तहत पहुंचे। इसके बाद 29 अप्रैल को माउंट एवरेस्ट बी कैंप की 18 हजार फिट ऊंची चोटी पर तिरंगा और हरियाणा पुलिस का झंडा फहराया। इसके बाद साइकिल से काठमांडू से दिल्ली पहुंचे।
108 घंटे में पहुंचे थे काठमांडू
कपिल ठाकुर ने साइकिल से दिल्ली से काठमांडू तक का सफर 108 घंटे में पूरा किया था। जबकि वापस आने में सिर्फ 78 घंटे का समय लगा। दावा है कि पर्वतारोहण और साइकिलिंग का संयुक्त अभियान पूरा करने वाले वे पहले भारतीय हैं।
ये भी सफलता दीपक के नाम
पर्वतारोही एएसआइ कपिल ठाकुर ने हिमालय पर्वत (पीर पंजाल), माउंट कामेट, कुबेर चोटी, कुन चोटी, चोला पास (नेपाल), गोक्यूरी (नेपाल) पर भी भारतीय तिरंगा फहराकर कीर्तिमान स्थापित कर चुके हैं।
हर रोज तीन घंटे अभ्यास
एएसआइ ठाकुर ने कहा कि साइकिल चलाने का हर रोज तीन घंटे अभ्यास किया है। शरीर को मजबूत बनाया। इसी बूते मिशन सफल हो पाया। कपिल ठाकुर बतौर सिपाही हरियाणा पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे। पर्वतारोहण की वजह से उन्हें एएसआइ की पदोन्नति मिली थी।
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