हरियाणा में नवजात बेटियों को फेंका जा रहा, पानीपत एक बार फिर हुआ शर्मसार
हरियाणा में बेटी पैदा होने पर फेंक दिया जा रहा। पानीपत में सोमवार को एक नवजात बेटी को पालिथिन में लपेटकर फेंक दिया। इससे पहले भी नाली झाडि़यों में इस तरह से नवजात को फेंके जाने के मामले आए हैं।
पानीपत, जागरण संवाददाता। बेटियों को कोख में ही मार डालने के लिए हरियाणा कभी बेहद बदनाम हुआ था। हालात सुधरने लगे थे कि एक बार फिर से नवजात बच्चियों को फेंक देने की घटनाएं सामने आने लगी हैं। अकेले पानीपत में पिछले छह साल में 17 बेटियों को उनके अपने ही स्वजनों ने ठुकरा दिया। ताजा मामला पानीपत के शिव नगर का है। यहां जन्म के दो घंटे बाद ही एक बच्ची को लावारिस फेंक गए। कुत्ते उसे नोंचने लगे। एक महिला ने बच्ची की चीख को सुना तो उसे कचरे के पास से उठाया। अब उसे अस्पताल पहुंचाया गया है।
नारी तू नारायणी समिति पहुंची
नारी तू नारायणी समिति की अध्यक्ष सविता आर्य मंगलवार को सुबह ही शिव नगर पहुंच गई। यहां आसपास के सीसीटीवी कैमरे देख रही हैं। एक संदिग्ध बाइक सवार दिखा है। उसके बाइक की नंबर प्लेट से पता लगाया जा रहा है कि वो कौन है। हालांकि ये कन्फर्म नहीं है कि बाइक सवार ने ही बच्ची को फेंका था। सविता आर्य ने जागरण से बातचीत में कहा कि बच्ची को फेंकने वालों का पता लगाकर ही रहेंगे। इस बच्ची को पालने का जिम्मा मिला तो वो भी लेंगी।
अब तक जो केस मिले
27 जून, 2015 को पानीपत के रेलवे स्टेशन पर माल गोदाम में चार महीने की नवजात मिली थी
इसी साल जाटल रोड पर खाली प्लाट में नवजात मिली थी
अक्टूबर में मांडी गांव में आठ महीने की बच्ची कूड़े के ढेर में मिली
साल 2016 में सेक्टर 12 में घर के बाहर एक बच्ची मिली
साल 2016 में ही फरवरी महीने में सेक्टर 25 में जुड़वां नवजात के शव मिले
इसी साल जुड़वां बच्चियां सेक्टर 24 के मकान के बाहर मिली थीं
मई 2018 में माडल टाउन क्षेत्र के पार्क में बच्ची मिली थी
2018 अक्टूबर में गुरुद्वारे के बाहर बच्ची मिली
बुड़शाम गांव में जुलाई 2020 को नाले में बच्ची का शव मिला
विकास नगर में 17 नवंबर 2021 को आठ महीने का भ्रूण मिला था