निगम की किला पर पहली बड़ी कार्रवाई पर कानून की बेड़ी, झेलना पड़ा लोगों का भी विरोध Panipat News
पानीपत नगर निगम की तरफ से किला पर छह डेयरी सील कर दी गई। वहीं कोर्ट से स्टे लाने पर दो को खोला गया।
पानीपत, जेएनएन। नगर निगम किला पर 15 दिन के बाद पहली बड़ी कार्रवाई करने पहुंचा। दो घंटे तक विरोध के बीच छह डेयरियों को सील कर दिया। स्थानीय लोग दो डेयरियों के कोर्ट से स्टे ले आए। अधिकारियों को दोनों डेयरियों को खोलना पड़ा। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि अधिकारी पाइप लाइन में अपनी कमी स्वीकारने की बजाय लोगों पर दोष धर रहे हैं।
नगर निगम एसई रमेश कुमार और एक्सईएन प्रदीप कल्याण ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार इसराना जगदीश चंद्र के साथ मंगलवार दोपहर बाद 1:30 बजे किला पर पहुंचे। अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को नोटिस दिखाया और डेयरियों को सील करना शुरू कर दिया। लोग अपने वकीलों को लेकर अधिकारियों के सामने पहुंच गए। वकीलों ने डेयरी सील करने को गलत बताया और कोर्ट में केस होने की जानकारी दी। अधिकारियों ने कोर्ट के आदेशों की कॉपी मांगी तो वकील व डेयरी संचालक कोई आदेश नहीं दिखा पाए। अधिकारियों ने डेयरियों से भैंसों और गायों को बाहर निकलवाया और यहां स्थित सभी छह डेयरियों को सील कर दिया। अधिकारी करीब 3:30 बजे तक किला पर रहे। इसी बीच दो डेयरी संचालक कोर्ट से स्टे के ऑर्डर ले आए। अधिकारियों ने कोर्ट के आदेश पर दो डेयरियों को खोल दिया।
मिट्टी धंसने से 60 मकानों में आई थी दरार
किला पर पिछले दिनों मिट्टी धंस गई थी। इससे 60 मकानों में दरार आई थी। लोगों ने मकानों की मरम्मत कराई। फिर भी दरार बढ़ती चली गई। विधायक प्रमोद विज और मेयर अवनीत कौर ने 15 दिन पहले निगम अधिकारियों को साथ लेकर मौका देखा था। विधायक ने मिट्टी की एजेंसी से जांच कराने का फैसला लिया था। निगम अधिकारियों ने किला पर स्थित डेयरियों को शिफ्ट करने के आदेश दिए थे। निगम ने दो दिन पहले मुनादी भी कराई थी।
लोगों ने निगम की पाइप लाइन लिकेज की बात कही
किलावासियों ने मंगलवार को पहुंचे निगम अधिकारियों को खरी-खरी सुनाई। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल पहले लाखों रुपये की पानी निकासी के लिए पाइप लाइन दबाई थी। ठेकेदार ने ज्वाइंट मजबूत नहीं लगाए और न ही चैंबर ठीक से बनाए। इससे पानी मकानों की नींवों में चला गया।
किला की छह डेयरियों को सील कर दिया। दो डेयरी संचालक बाद में कोर्ट से स्टे ले आए। कोर्ट के आदेश पर दोनों डेयरियों को खोल दिया।
रमेश कुमार, एसई, नगर निगम।