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सरकार और जनता के बीच सेतु बने, ऐसे प्रत्याशी को वोट दें

व्यापारियों का मानना है कि सांसद चुनना यानि देश की सरकार का चुनाव करना है। ऐसे में राष्ट्रहित को भी ध्यान में रखना होगा। व्यापारियों को बखूबी अहसास है कि शत-प्रतिशत मतदान से ही अच्छा नेता चुना जाएगा और लोकतंत्र भी मजबूत बनेगा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Apr 2019 10:58 AM (IST)Updated: Mon, 29 Apr 2019 06:41 AM (IST)
सरकार और जनता के बीच सेतु बने, ऐसे प्रत्याशी को वोट दें
सरकार और जनता के बीच सेतु बने, ऐसे प्रत्याशी को वोट दें

जागरण संवाददाता, पानीपत: शहर के व्यापारी इस बार देश की सबसे बड़ी पंचायत (संसद) में ऐसे प्रतिनिधि को भेजना चाहते हैं जो जनता और सरकार के बीच में सेतु का काम करे। आमजन से जुड़े छोटे-बड़े मुद्दे को न केवल संसद के सत्र में उठाए, बल्कि स्थानीय स्तर पर भी उनका समाधान कराए। व्यापारियों का मानना है कि सांसद चुनना यानि देश की सरकार का चुनाव करना है। ऐसे में राष्ट्रहित को भी ध्यान में रखना होगा। व्यापारियों को बखूबी अहसास है कि शत-प्रतिशत मतदान से ही अच्छा नेता चुना जाएगा और लोकतंत्र भी मजबूत बनेगा। सेक्टर-29, पार्ट-टू स्थित दैनिक जागरण कार्यालय में शनिवार को आयोजित हर वोट कुछ कहता है (पैनल डिस्कशन) कार्यक्रम में रेलवे रोड ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने बेबाकी से अपने विचार साझा किए। नेताजी सुनिए, ये हैं व्यापारियों के बड़े मुद्दे :

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-नए सरकारी कॉलेज खुलें, पुराने स्कूल-कॉलेजों की हालत सुधरे।

-खानपुर और रोहतक की तर्ज पर पानीपत में पीजीआइ (पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट) खुले।

-शहरवासियों को टोल टैक्स से मुक्ति मिले।

-शहर की हर कॉलोनी में सीवर सिस्टम हो, ताकि स्वच्छता रहे।

-व्यापारी की आयु 60 वर्ष हो जाए तो उसे पेंशन मिले।

-छोटी-बड़ी इंडस्ट्री खोलने के लिए आर्थिक मदद मिले, ताकि रोजगार पैदा हो सके।

-रेलवे स्टेशन और बस अड्डा अत्याधुनिक बने।

-आयात के बजाय विदेशी कंपनियों को इंडस्ट्री लगाने के लिए प्रोत्साहित करें।

-सुरक्षा की दृष्टि से जीटी रोड और बाजारों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।

-फ्लाईओवर को जीटी रोड पर एक-दो स्थानों पर खोला जाए।

-सड़कों और गलियों की हालत सुधरनी चाहिए। सुंदर हो अपना शहर

रेलवे स्टेशन और बस अड्डा अत्याधुनिक बने, जिसमें रेस्टोरेंट, गेस्ट हाउस जैसी सभी सुविधाएं हों। इससे बाहर से आने वाले लोगों को भी लगे कि पानीपत सुंदर शहर है। पीजीआइ (पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट) खुले ताकि इलाज के लिए भटकना न पड़े। सांसद अपने फंड से शहर में सीसीटीवी कैमरे लगवा सकते हैं। सांसद बनने के बाद शहर में रहकर जनता की आवाज बने, सरकार-अधिकारियों और जनता के बीच सेतु बने। व्यापारी पूरी जिदगी टैक्स चुकाने में सरकार और जनता के बीच पुल का काम करता है, इसलिए बुजुर्ग अवस्था में उसे पेंशन मिलनी चाहिए।

अनिल मदान, पीजीआइ, प्रधान-रेलवे रोड ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन शहर की गंदगी बड़ा मुद्दा

गलियां-नालियां टूटी पड़ी हैं, बना भी दी तो पॉलिथीन से नाले-नालियां भर जाती हैं। गंदगी इस शहर का सबसे बड़ा मुद्दा है। सीवरेज सिस्टम ही इसका समाधान है। व्यापारी केंद्र और प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व देते हैं। सांसद ऐसा चुनें जो गंदगी से मुक्ति दिलाने में शहरवासियों की आवाज बने। जाम से मुक्ति के लिए बाइपास बनें। बेलगाम थ्री-व्हीलरों से छुटकारा दिलाने के लिए सिटी बसें चलनी चाहिए।

रविद्र जागलान, उपप्रधान-रेलवे रोड ट्रेडर्स वैलफेयर एसोसिएशन उसे चुनेंगे जो हमें समझेगा

जिले की जनता बहुत समझदार है। संसद में तो शिक्षित, ईमानदार और दिन-रात जनता के बीच रहने वाला प्रत्याशी ही चुनकर भेजा जाएगा। बेहतर चिकित्सा-शिक्षा न मिलना सात दशक बाद भी मुद्दे बने हैं, सरकार को समझना चाहिए। स्थानीय मुद्दों की बात करें तो फ्लाई ओवर से जीटी रोड पर कट नहीं होने, अंडरपास नहीं होना बड़ी समस्या है।

सुलेख जैन, कोषाध्यक्ष-रेलवे रोड ट्रेडर्स वैलफेयर एसोसिएशन राष्ट्रहित को ध्यान में रखें

सांसद चुनने का अर्थ है कि हम सरकार चुनने जा रहे हैं। ऐसे में क्षेत्रीय मुद्दे अपनी जगह हैं, राष्ट्रहित को पहले ध्यान में रखना होगा। अच्छा जनप्रतिनिधि चुनकर भेजेंगे तो भ्रष्टाचार की संभावना कम रहेगी। बाकी तो जाम, गंदगी, टोल टैक्स और अतिक्रमण जैसे कई ऐसी समस्याएं हैं, जिनसे शहर का हर नागरिक मुक्ति चाहता है।

नरेश बजाज स्वरोजगार को बढ़ावा मिले

जनता का चुना हुआ सांसद ऐसा होना चाहिए जो संसद में मजबूती से प्रतिनिधित्व करे। बेरोजगारी इस समय बड़ा मुद्दा बना हुआ है। बेहतर होगा कि सरकार आयात के बजाय स्वरोजगार पर ध्यान दे। विदेशी कंपनियों को भारत में उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित और प्रोत्साहित करे। सुरक्षा के मुद्दे पर अभी तक प्रदेश सरकार फेल रही है, नरमी से नहीं बल्कि सख्ती से काम चलेगा। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बदमाशों के एनकाउंटर होने चाहिए।

देवेंद्र कात्याल पेयजल भी बड़ा मुद्दा

वर्तमान में हर मतदाता के दिमाग में है कि देश में एक मजबूत सरकार बने। इसके चलते क्षेत्रीय और स्थानीय मुद्दे कुछ पीछे छूट गए हैं। इस बार संसद में ऐसा सांसद चुनकर भेजना है जिसे राष्ट्रीय और स्थानीय मुद्दों की ठीक से जानकारी हो। संसद में चर्चा हो तो वह उन मुद्दों पर बोले। नेताओं और अधिकारियों के बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ें, सरकारी अस्पताल में इलाज कराएं तो हालात बहुत कुछ सुधर जाएंगे।

रिक्की अरोड़ा किसानों की ओर भी दे ध्यान

संसद में कोई गुंडा-बदमाश और घोटालेबाज चुनकर नहीं जाना चाहिए। विदेशों में देश की छवि सुधारे, ऐसी सरकार बनानी है। किसान-मजदूरों को बदहाली से उबारना भी जरूरी है। सांसद निधि में का इस्तेमाल चेहरा देखकर नहीं बल्कि प्राथमिकता के आधार पर करना चाहिए। सड़कें सुधरें, जाम और अतिक्रमण से मुक्ति मिल जाए तो शहर सुंदर दिखने लगेगा।

राजेंद्र वर्मा मजदूरों के हितों का ध्यान रखें

कहने को तो यह ओद्यौगिक शहर है लेकिन मजदूरों के लिए सुविधाएं नहीं हैं। उनके वेतन, रहन-सहन, खानपान में कैसे सुधार हो, इसके लिए केंद्र सरकार को कोई योजना लागू करनी होगी। करनाल लोकसभा से चुनकर गया सांसद मजदूरों की आवाज बने। गोहाना मोड़, जाटल रोड, रेलवे रोड पर अंडरपास बनने चाहिए। इंडस्ट्री क्षेत्र में भी बड़ी समस्याएं हैं।

सतीश भारद्वाज आबादी से इंडस्ट्री बाहर हों

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से विदेशों में देश की छवि सुधरी है, परंतु इससे ही काम नहीं चलेगा। रिहायशी क्षेत्रों से इंडस्ट्री बाहर होनी चाहिए। बाइपास, टोल टैक्स, यातायात जाम, सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों का अभाव बड़ी समस्याएं हैं। हरियाली को बढ़ावा देना है। प्राचीन और ऐतिहासिक धरोहरों को संवारते हुए, पर्यटन स्थलों में तब्दील होने चाहिए।

पंकज जैन


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