पंचायत ने समस्या पर दिया ध्यान तो शुरू हुआ समाधान
पट्टीकल्याणा के गोसाईं वाले जोहड़ से पानी निकासी शुरू करवा दी गई है। ट्रैक्टर से पाइप के माध्यम से खाली खेतों में पानी छोड़ जा रहा है। इससे गली में जलभराव की समस्या दूर हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, समालखा : खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी के निर्देश पर पट्टीकल्याणा के गोसाईं वाले जोहड़ से पानी निकासी शुरू करवा दी गई है। ट्रैक्टर से पाइप के माध्यम से खाली खेतों में पानी छोड़ जा रहा है। इससे गली में जलभराव की समस्या दूर हो जाएगी।
गोसाईं जोहड़ के ओवरफ्लो होने से कई दिनों से गांव की मुख्य गली में गंदा पानी भरा था। ग्रामीणों को आवाजाही में परेशानी हो रही थी। बदबू से बाहर निकलना दूभर लगता था। सबसे अधिक परेशानी महिलाओं और बच्चों को हो रही थी। सभी गर्मी में बीमारी फैलने के डर से सहमे थे। सरपंच पति अनिल छौक्कर ने बीडीपीओ और ग्राम सचिव के संज्ञान में समस्या लाया तो इसका समाधान शुरू हुआ। स्थायी निदान चाहते हैं ग्रामीण
ग्रामीण मुकेश, रामचंद्र, कृष्ण, पुनीत, राज कुमार आदि कहते हैं कि सांसद ने गांव को गोद ले रखा है। दो सप्ताह पूर्व जिला परिषद के सीईओ, समालखा के बीडीपीओ, पंचायती राज के एक्सईएन व एसडीओ ने गांव के चारों गंदे जोहड़ों का निरीक्षण किया था। गंदे पानी की निकासी और जलभराव के स्थायी निदान के लिए तालाबों की खुदाई, सफाई और जलशोधन संयंत्र लगाने की बात कही थी।
पंचायत और जिला परिषद के फंड से काम तत्काल शुरू होना था, जो नहीं हुआ। जून में मानसून के आने पर तालाब की सफाई कठिन हो जाएगी। निवर्तमान सरपंच के पति अनिल कुमार और ग्राम सचिव प्रवीण कुमार ने बताया कि बीडीपीओ के आदेश पर तत्काल गोसाईं वाले तालाब से पानी निकासी शुरू की गई है। जिला परिषद से फंड आने के बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।