पंचायत दे रही जल संरक्षण को बढ़ावा, पानी की समस्या की दूर Panipat News
देहरा गांव की पंचायत ने दो पंचायती तालाबों का जीर्णेद्धार किया। पशुपालकों की समस्या दूर की। गांव की आठ हजार आबादी है।
पानीपत, जेएनएन। समालखा कस्बे के देहरा गांव की पंचायत जल संरक्षण को बढ़ावा दे रही है। पंचायत ने सरकार से मिली ग्रांट से गंदे पानी के दो पंचायती तालाबों का जीर्णोद्धार करवाया है। एक में स्वच्छ पानी भरवाया है, जबकि दूसरे में पानी भरने की तैयारी चल रही है। इससे जल संरक्षण के साथ पशुपालकों की समस्या दूर होगी। पंचायत का प्रयास शेष तालाबों में भी स्वच्छ पानी भरने का है।
देहरा गांव में छह तालाब हैं। दशकों से सभी में आबादी का गंदा पानी जमा होता था। मजबूरी में पशुपालकों को घर पर ही सबमर्सिबल के पानी से पशुओं को नहाना पड़ता था। सैकड़ों लीटर पानी की बर्बादी होती थी। पंचायत ने जनहित में तालाब का जीर्णोद्धार करना शुरू किया है।
डेढ़ दशक से थी समस्या
सरपंच मामन ने बताया कि डेढ़ दशक से गांव में साफ पानी का तालाब नहीं था। सभी तालाब गंदे पानी से अटे पड़े थे। शिल्ट जमा होने से सभी खराब हो गए थे। कश्यप चौपाल के पास वाले तालाब का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर फिरनी पर जमा रहता था। पंचायत ने पहले फिरनी वाली दो तालाबों की खुदाई करवाई। कारकौली सड़क वाले तालाब में ङ्क्षसचाई के नलकूप से साफ पानी भरा। अब कश्यप चौपाल के पास वाले तालाब में पास के नलकूप से साफ पानी भरा जाएगा। छाछिया ने बताया कि ग्रांट के अभाव में अभी दो तालाबों का जीर्णोद्धार हुआ है। ग्रांट आने पर शेष तालाबों का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा।
गांव में 70 फीसद लोगों के पास हैं पशु
देहरा की आबादी आठ हजार के करीब है। गांव के 70 फीसद लोगों के पास पांच हजार से अधिक पशु हैं। पशुपालकों के सामने पशुओं को नहाने और पानी पिलाने की गंभीर समस्या थी। तालाब के चालू होने से पशुपालकों को राहत मिलेगी। पानी की बर्बादी पर ब्रेक लगेगा। जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।