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सिठाना गोशाला में बेसहारा गायें छोड़ने के मामले में हुई पंचायत, चौकी में हुई सुलह

सिठाना गोशाला में बेसहारा गाय छोड़ने के विवाद को लेकर बुधवार को बोहली चौकी में गोशाला समिति और गांव के मौजिज लोगों में पंचायत हुई। जिसमें गोशाला में प्रतिवर्ष ग्रामीणों के 100 गाय छोड़ने के फैसले पर सहमति बनी। फैसले के बाद ग्रामीणों ने गोशाला समिति को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 01:19 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jan 2019 01:19 AM (IST)
सिठाना गोशाला में बेसहारा गायें छोड़ने के मामले में हुई पंचायत, चौकी में हुई सुलह
सिठाना गोशाला में बेसहारा गायें छोड़ने के मामले में हुई पंचायत, चौकी में हुई सुलह

रिफाइनरी : सिठाना गोशाला में बेसहारा गाय छोड़ने के विवाद को लेकर बुधवार को बोहली चौकी में गोशाला समिति और गांव के मौजिज लोगों में पंचायत हुई। जिसमें गोशाला में प्रतिवर्ष ग्रामीणों के 100 गाय छोड़ने के फैसले पर सहमति बनी। फैसले के बाद ग्रामीणों ने गोशाला समिति को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया।

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बता दें कि रविवार को सिठाना गांव के कुछ ग्रामीण बेसहारा गोवंश लेकर गांव की गोशाला पहुंच गए थे। वहां गोशाला के मुंशी नरेश कुमार ने गोशाला में गायें रखने में असमर्थता जताई। गोशाला प्रधान से बातचीत करने के लिए कहा। जिस पर ग्रामीण भड़क गए तो दोनों पक्ष कहासुनी पर उतर आए। गोशाला के मुंशी नरेश कुमार ने ग्रामीणों पर गाली-गलौज करने, झगड़ा करने और धमकी देने की एक शिकायत बोहली चौकी पुलिस को दी। चौकी प्रभारी राजेश कुमार, सरपंच सतपाल बाजीगर और गोशाला प्रधान रामनिवास गुप्ता की मौजूदगी में हुई पंचायत में उक्त फैसला लिया गया।


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