अनाज मंडी में आढ़तियों की खींचतान, किसानों ने गेटों पर जड़ा ताला
मतलौडा अनाज मंडी में आढ़तियों की आपसी खींचतान में धान की बोली नहीं हो सकी। इससे किसान भी गुस्सा गए। उन्होंने मंडी के गेट पर ताला ही जड़ दिया।
संवाद सहयोगी, मतलौडा : मतलौडा अनाज मंडी में रविवार सुबह आढ़तियों की आपसी खींचतान में धान की बोली नहीं हो पाई। इससे परेशान किसानों ने मंडी के गेटों पर ताला लगा दिया। किसान यूनियन के पदाधिकारी भी धान की बोली का समय बदलवाने सहित कई मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए।
आढ़तियों में सुलह के बाद पुलिस ने किसानों को समझाया और तीन घंटे बाद धान की बोली शुरू हुई। मतलौडा अनाज मंडी में 11:30 से 12 बजे तक प्रधान विजय छाबड़ा की अगुवाई में बैठक हुई। इसमें शामिल विनय गुप्ता, प्रेम भंडारी, अजमेर दहिया, घनश्याम बंसल, जगदीश ढांडा, अश्वनी, जगदीश बसंल हुए। प्रधान छाबड़ा ने आरोप लगाया कि आढ़ती सुरेंद्र मान दुकान नंबर 76 का मंडी में लेनदेन सहीं नहीं है। मान और उनका मुनीम धान खरीदार से अभद्र व्यवहार करते हैं। इसलिए आढ़तियों और खरीदारों ने फैसला लिया कि वे मान की दुकान पर धान की बोली नहीं होगी।
दोनों गेट पर ताला लगा जताया
धान की बोली शुरू नहीं होने के कारण किसान निरंजन, जगदीश दहिया, करण, दयानंद, सुरेश और रमेश ने 12:30 बजे मंडी के दोनों गेटों पर ताला लगाकर रोष जताया। इसके बाद 2:30 से तीन बजे तक फिर से आढ़तियों की बैठक हुई और प्रधान विजय छाबड़ा व आढ़ती सुरेंद्र मान में सुलह हो गई। मान की दुकान पर बोली के साथ मंडी में धान की बोली शुरू हुई थी कि भारतीय किसान यूनियन के प्रधान सुरेश दहिया की अगुवाई में यूनियन के पदाधिकारियों ने मंडी के गेट पर धरना देकर नारेबाजी की। उनकी मांग थी कि मंडी में धान की बोली का समय सुबह दस से शाम पांच बजे किया जाए। आढ़ती बोरी का वजन ज्यादा दिखाकर किसानों से लूट बंद करें, धान की बोली मार्केट सचिव के सामने हो। मामले की सूचना मिलते ही मतलौडा थाना प्रभारी संदीप छिक्कारा मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसानों व यूनियन प्रधान दहिया को आश्वासन दिया कि बोली शाम पांच बजे तक होगी।