कोहरे में ओवरलोड वाहन बनते हैं हादसों का कारण, रोकने की तैयारी नहीं
जागरण संवाददाता पानीपत कोहरे में ओवरस्पीड और ओवरलोड वाहन हादसों का कारण बनते ह
जागरण संवाददाता, पानीपत : कोहरे में ओवरस्पीड और ओवरलोड वाहन हादसों का कारण बनते हैं। शुगर मिल चालू हो गया है। किसान एक ट्रैक्टर से गन्नों से भरी तीन-तीन ट्रॉलियां जोड़ लेते हैं। ज्यादातर पर रिफ्लेक्टर टेप व पीली लाइट नहीं लगी होती है। पीछे से आने वाले वाहन चालकों को आगे के वाहन दिखाई नहीं देता है और टकराने से हादसा हो जाता है।
इसी तरह से हर रोज हाईवे व शहर की सड़कों पर फैक्ट्रियों में बोरों से लदे ओवरलोड करीब 500 ट्रैक्टर-ट्रालियां व पिकअप चलते हैं। इनकी वजह से हादसे होते हैं। ट्रैफिक पुलिस ने अभी तक ऐसे वाहनों के खिलाफ अभियान नहीं चलाया है। शायद किसी बड़े हादसे का इंतजार किया जा रहा है। इस लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ता है।
अधूरा निर्माण भी बना है खतरा
नेशनल हाईवे को चौड़ा करने का काम चालू है। इसी वजह से कहीं पर पत्थर गिरे हैं। कहीं पर डिवाइडर रखे हुए हैं।कई जगह रिफलेक्टर या लाइट नहीं लगी है। धुंध में यहीं अधूरा निर्माण कार्य हादसों की वजह बन सकता है। इसे ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है।
ये हो चुके हैं हादसे
-10 जनवरी को पानीपत डिपो की बस ने खुखराना गांव के पास खुखराना के दीपक को कुचल दिया। इस हादसे में दीपक की मौत हो गई। -11 जनवरी को पानीपत-हरिद्वार मार्ग पर ओवरलोड बस छाजपुर पुलिया के पास पलट गई। इसमें दो यात्रियों की मौत हो गई। जबकि कंडक्टर सहित छह लोग घायल हो गए।
किसानों को जागरूक करने का अभियान चलाया जाएगा
शुगर मिल के एमडी प्रदीप अहलावत ने बताया कि धुंध में गन्नों से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियों से हादसा होने का अंदेशा रहता है। इसे बारे में जल्द ही किसानों को जागरूक करने का अभियान चलाया जाएगा। उन्हें बताया जाएगा कि ट्रैक्टर के जोड़कर कई ट्राली एक साथ न लाएं। ट्रालियों पर रिफ्लेक्टर टेप भी लगवाई जाएंगी। मिल कर्मी भी ध्यान देंगे कि कई ट्राली एक साथ न आ पाएं।