कालोनियों में सरपट दौड़ रहे ओवरलोड वाहन, आमजन को जान का खतरा
सड़कों के बाद अब गलियों में भी ओवरलोड वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है। ओवरलोड और ओवरहाइट की गाड़ियां पूरे शहर को क्रॉस करके कॉलोनियों में प्रवेश करती हैं जिससे हादसा होने का डर बना रहता है। अक्सर ओवरहाइट होने के कारण गलियों में जाम लग जाता है।
जागरण संवाददाता, लुधियाना : फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्रीयल एवं कॉमर्शियल आर्गनाइजेशन (फीको) ने ग्राउंड वाटर से संबंधित मुद्दों को लेकर पंजाब वाटर रेगुलेशन एंड डवलपमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन करण अवतार सिंह, सदस्य डॉ. सुशील गुप्ता और सुरिदर सिंह से जूम मीटिंग की। बैठक के दौरान उद्यमियों ने ग्राउंड वाटर इस्तेमाल के लिए ली जाने वाले अप्रूवल में हुए बदलावों पर चर्चा की। उद्यमियों ने कहा कि लुधियाना नगर निगम इंडस्ट्री की पानी की जरूरतों को पूरा कर पाने के लिए सक्षम नहीं है। इसके साथ ही पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नगर निगम के आपसी तालमेल की कमी से रेन वाटर हार्वेस्टिग को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही।
अथॉरिटी के चेयरमैन करण अवतार सिंह ने कहा कि विभाग के गठन के बाद इस बात पर मंथन किया जा रहा है कि किस तरह ग्राउंड वाटर के इस्तेमाल को वाजिब किया जाए, ताकि कम हो रहे पानी की स्थिति को कंट्रोल करने के साथ साथ जरूरत के मुताबिक पानी इस्तेमाल लायक भी हो सके। 15 अक्टूबर तक इसको लेकर ड्राफ्ट तैयार कर शीघ्र इसे लागू करने का प्रयास किया जाएगा। चेयरमैन केके सेठ ने कहा कि विभाग से किसी तरह की अप्रूवल लेना बेहद मुश्किल है। हर काम को लेकर सख्त प्रक्रिया है। इसको सरल करने की ओर कदम उठाए जाने चाहिए। प्रधान गुरमीत सिंह कुलार ने वाटर हार्वेस्टिग को लेकर अनुमति देने की मांग की गई।
इस दौरान विपिन मित्तल, आरके गुप्ता, नरिदर भमरा, मनजिदर सचदेवा, राजीव जैन, अशप्रीत सिंह साहनी, जसविदर सिंह भोगल, गगनीश खुराना, मनकर गर्ग, सतनाम सिंह मक्कड़, विजय मेहतानी, रजत सूद, सुशील अरोड़ा मौजूद थे।