बड़े धोखें हैं ऑनलाइन शॉपिंग में, जरा बचके, फ्लिपकार्ट को लगाया नंबर तो गवाएं पौने दो लाख
ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। एक व्यक्ति ने फ्लिपकार्ट ऑनलाइन शॉपिंग कस्टमर केयर अधिकारी बताकर पौने दो लाख की ठगी कर ली। उसके गूगल सर्च इंजन से कस्टमर केयर का नंबर लेकर कॉल किया था।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। ऑनलाइन ठगों का जाल लगातार फैलता जा रहा है। अब सर्च इंजन में सेंध लगाकर लोगों के खाते खंगाल रहे हैं। ठग अपनी फेक वेबसाइट के जरिए ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। एक ऐसा ही मामला फ्लिपकार्ट का सामने आया।
दरअसल फ्लिपकार्ट का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर ठग ने गांव काकरू के रहने वाले रमेश चंद केा 177770 रुपये का चूना लगा दिया। उनसे यह ठगी क्रेडिट कार्ड का ओटीपी नंबर पूछकर की है। व्यक्ति ने ओटीपी नंबर पूछने से पहले उन्हें पैसे रिफंड करने की बात कही थी। ऐसे में रमेश ने उसे मैसेज द्वारा आए ओटीपी नंबर को बता दिया। इस तरह वह ठगबाज की ठगी का शिकार हो गए। मामले में बलदेव नगर थाना पुलिस ने रमेश चंद की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
फ्लिपकार्ट पर फोन किया था बुक
लालडू में न्यूट्रिका इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में ओपरेटर रमेश चंद ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि एचडीएफसी बैंक का क्रेडिट कार्ड है जिसमें कुल राशि एक लाख 80 हजार रुपए थी। उन्होंने एक नया मोबाइल लेना था। इसके लिए उन्होंने 18 मार्च को फ्लिपकार्ट पर एक बुक करवा दिया था और फोन पर 17770 रुपये कटने के बाद 25 मार्च को फोन डिलीवर होने का मैसेज भी आ गया था।
दिए गए नंबर पर किया कॉल
जब फोन नहीं आया तो उन्होंने फ्लिपकार्ट की साइट पर दिए नंबर पर कॉल की तो व्यक्ति ने खुद को कस्टमर केयर का अधिकारी बताया। व्यक्ति ने सारी बात सुनने के बाद रमेश चंद को कहा कि आपके नंबर पर एक क्रेडिट कार्ड ओटीपी आएगा जिसे बताना होगा और जो पैसे कटेंगे उन्हें रिफंड कर दिया जाएगा।
ओटीपी बताना सबसे बड़ी भूल
इस तरह रमेश के मोबाइल पर एक ओटीपी आया जिसे उन्होंने खुद को कस्टमर केयर अधिकारीर बताने वाले व्यक्ति को बता दिया। इसके कुछ देर बाद ही क्रेडिट कार्ड से 1499, 3060, 7599, 5000, 5000, 5000, 5000, 5000, 3000, 3000, 15000, 3000, 7599, 7599, 7599, 7599, 1000, 10000, 4999, 9999 रुपये के मैसेज आने शुरू हो गए। इस तरह क्रेडिट कार्ड से 17770 रुपये मोबाइल बुक करवाने के तथा 1,60,000 रुपये ओटीपी नंबर बताने के बाद कट गए। यानी कुल 177770 रुपये की धोखाधड़ी हुई है।