ओएनजीसी टीम सर्वे कर तलाश रही है भूतल में तेल-गैस भंडार की संभावना
ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) की टीम गांव वैसर में भूतल की जानकारी जुटाने पहुंची। जमीन की 5-6 किमी. गहराई तक तेल और गैस सहित अन्य खनिज पदार्थो का भंडार जांचा जाना है। टीम का नेतृत्व कर रहे अधिकारी ने बताया कि यह टू बी शैक्षणिक सर्वे है। जिला पानीपत में कार्य शुरू करने से पहले डीसी और स्थानीय तहसीलदार से मंजूरी ली गई है।
सुनील मराठा, थर्मल : ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड (ओएनजीसी) की टीम गांव वैसर में भूतल की जानकारी जुटाने पहुंची। जमीन की 5-6 किमी. गहराई तक तेल और गैस सहित अन्य खनिज पदार्थो का भंडार जांचा जाना है। टीम का नेतृत्व कर रहे अधिकारी ने बताया कि यह टू बी शैक्षणिक सर्वे है। जिला पानीपत में कार्य शुरू करने से पहले डीसी और स्थानीय तहसीलदार से मंजूरी ली गई है। उहोंने बताया कि सरकार 2022 तक तेल का आयात कम करने के प्रयास में है। इसके चलते ओएनजीसी की ओर से उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में सर्वे किया जा रहा है। उप्र. के अलीगढ़ से शुरू होकर बुलंदशहर, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर, मेरठ, सहारनपुर से होते हुए हरियाणा के सोनीपत, पानीपत, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला के बाद पंजाब के कई जिलों में खनिज पदार्थों की संभावना तलाशी जा रही है।
अधिकारी ने बताया कि तेल-गैस आदि पदार्थों की की जानकारी जुटाने के लिए 100 फीट की गहराई तक जमीन में छेद किया जा रहा है। उसके बाद लगभग 100 फीट पर एक ब्लास्ट करके तरंगें पैदा की जाती हैं। तरंगों के जरिए तेल-गैस की जानकारी मिलती है। कंप्यूटर स्क्रीन पर इसे देखा जा सकता है। इसे जमीन का एक्स-रे भी कहा जा सकता है।